LNMU के छात्र अब गांधी और अंबेडकर को पढ़ेंगे. इसको लेकर केंद्रीय पुस्तकालय में खास तैयारी की गई है. पुस्तकालय प्रभारी प्रो.दमन कुमार झा ने अपने उपलब्ध संसाधनों के साथ छात्र- छात्राओं के लिए संध्या 8 बजे तक पुस्तकालय की सेवा प्रदान करवा रहे हैं. बताते चलें कि संध्या 8:00 बजे तक पुस्तकालय खुले रहने के समय तक पुस्तकालय में 100 से अधिक छात्र- छात्राएं उपस्थित होकर अध्ययनरत रहते हैं. उन्होंने बताया कि शाम 8 बजे तक केंद्रीय पुस्तकालय के खुले रहने से छात्र-छात्राओं को काफी फायदा पहुंच रहा हैं.
पुस्तकालय प्रभारी प्रो.झा ने बताया कि पुस्तकालय की पुस्तकों एवं शोध- प्रबंधों की साफ-सफाई लगातार कराकर उन्हें वर्गीकृत कराया गया है. लगातार प्राप्त हो रहे शोधप्रबंध का वर्षवार एवं विषयवार अभिलेख स्कैन कराकर कुल 6857 शोध- प्रबंधों को शोधगंगा पर अपलोड किया गया है. शोधचक्र पर विश्वविद्यालय के 234 शोध-पर्यवेक्षक तथा 814 शोधार्थी पंजीकृत हैं. उन्होंने बताया कि पुस्तकालय परिसर एवं भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए वाई-फाई की सुविधा भी प्रदान की गई है
गांधी-अंबेडकर पुस्तकों के लिए अलग प्रभाग
केन्द्रीय पुस्तकालय में ‘गांधी : जीवन और साहित्य’ पर आधारित पुस्तकों का तथा ‘डा अंबेडकर’ से संबंधित पुस्तकों का अलग- अलग प्रभाग बनाया गया है.पुस्तकालय में शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के लिए वर्तमान पाठ्यक्रम के अनुसार नए संस्करणों की पुस्तकें उपलब्ध कराते हुए, उन्हें पुस्तकालय हाल में शांत, स्वच्छ एवं प्रकाश युक्त बैठने की समुचित व्यवस्था भी करायी गई है. जहां स्वच्छ पेयजल की भी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
ई-लाइब्रेरी के लिए की गई है व्यवस्था
ई-लाइब्रेरी हेतु 100 शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए केबीन, कंप्यूटर सेट तथा अन्य आधुनिक सुविधाएं एयर कंडीशन के साथ उपलब्ध कराया गया है.वहीं ई-पुस्तक, ई-जर्नल, ई-मैगजीन तथा अन्य ई-कंटेंट्स की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. केन्द्रीय पुस्तकालय में ब्रैल-लैब की सुविधा, डेलनेट सेवा, शोधगंगा, शोधशुद्धि तथा शोधचक्र आदि की भी बेहतरीन सुविधाओं के साथ ही उपलब्ध कराईगई हैं