ठंड के मौसम में कोहरे का छाना तो आम बात है, लेकिन यही कोहरा अगर गर्मी के मौसम में छा जाए तो, बात सामान्य नहीं होती. कुछ ऐसा ही अभी बगहा में गंडक नदी के पास देखा गया. जहां घने कोहरे ने गंडक को अपने आगोश में भर लिया है. कोहरे का प्रभाव कुछ इस प्रकार है कि विजिबिलिटी बेहद कम हो चुकी है. स्थानीय लोग इसे बदलते मौसम का कारण बता रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह का मौसम जब होता है तब भारी बारिश होती है. नदी में बाढ़ आ जाता है और तबाही शुरू हो जाती है.
गंडक के ऊपर छाया घना कोहरा
बता दें कि बगहा में रविवार की सुबह गंडक नदी के ऊपर घना कोहरा छाया हुआ था. अचानक से बदले मौसम ने स्थानीय लोगों को भविष्य में आने वाली समस्या की चिंता में डाल दिया है. गंडक के ऊपर छाए कोहरे ने वहां की दृश्यता बेहद ही कम कर दिया. स्थानीय मछुआरे विजय कुमार का कहना है कि इस तरह का मौसम भारी बारिश का प्रतीक है. जब भी ऐसा होता है तब भारी बारिश होती है. नदी में बाढ़ आ जाता है और तबाही शुरू हो जाती है. हालांकि मौसम विभाग की माने तो फिलहाल वहां बारिश के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
अन्य वर्षों की तुलना में कम बारिश
बता दें कि बगहा में गंडक नदी का जलस्तर इस वर्ष काफी कम रहा है. अन्य वर्षों की तुलना में इस वर्ष अबतक गंडक नदी का जलस्तर डेढ़ लाख क्यूसेक से ऊपर नहीं जा पाया है. जबकि पहले इस समय तक हर साल जलस्तर 3 लाख क्यूसेक पार कर जाता था. समझने वाली बात यह है कि नेपाल में कम बारिश के कारण अबतक गंडक नदी का जलस्तर सामान्य है.
इस वजह से नदी के किनारे और निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों को फिलहाल किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है. लेकिन मौसम में अचानक से आए परिवर्तन ने भविष्य में उनकी समस्या को कई गुना बढ़ाने की शंका पैदा कर दी है.