पटना : बिहार में कई जिलों में आये बाढ़ की विभिषिका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग राहत व बचाव कार्य के लिए पुरी तरह से मुस्तैद है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमित ने बताया कि एनडीआरएफ की सोलह टीमों को बाढ़ राहत कार्य में तैनात किया गया है. जिसमें कुल 690 जवान शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा एसडीआरएफ की 13 टीमें जिसमें 440 जवान और आर्मी की 7 टीमें (525 जवान) बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे बचाव कार्य में जुट गये हैं. बाढ़ बचाव कार्य में 204 वोट (नाव) काम कर रहे हैं. वहीं बिहार में अबतक बाढ़ में डूबकर 41 लोगों की मौत की पुष्टि होने की खबरें मिल रही है.
बाढ़ से भारी तबाही : 41 की मौत
– बेतिया-गौनाहा प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ में 12 लोगों की मौत की पुष्टि
– अररिया-जोगबनी में 5 लोगों की डूबने से मौत
– किशनगंज-बाढ़ में डूबकर 2 लोगों की मौत की पुष्टि
– नालंदा में पंचाने नदी में डूबकर एक की मौत की पुष्टि
– समस्तीपुर-करेह नदी में डूबकर एक की मौत की पुष्टि
– रक्सौल-मूर्तिया गांव में बाढ़ में डूबकर युवक की मौत
– कटिहार-कोसी नदी में डूबकर 2 लोगों की मौत
बाढ़ में फंसे लोग सहायता के लिए इन नंबरों पर कॉल करें
आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ में फंसे लोगों के लिए टॉल फ्री 1070 नंबर जारी किया है. सहायता के लिए इन नंबरों पर भी कॉल किया जा सकता है.
– पूर्णिया : 06454-241555 243000
– किशनगंज : 06456-223452 223452 223454
– अररिया : 06453-222209
– कटिहार – 06452-239025 239026
– दरभंगा : 06272- 240600
– मधुबनी : 06276-222576
-पूर्वी चंपारण : 06252-242418
– पश्चिमी चंपारण : 06254-242534
सीतामढ़ी की ताजा स्थिति
बाजपट्टी ब्लॉक परिसर जलमग्न, एनएच-104 राज रसलपुर बाजपट्टी
कटिहार की ताजा स्थिति
कटिहार में सड़क व रेल मार्ग पर आवागमन बाधित, बारसोई अनुमंडल का सड़क व रेल मार्ग से जिला मुख्यालय का संपर्क कटा, सैकड़ों लोग फंसे
दरभंगा की ताजा स्थिति
घनश्यामपुर में रसयारी के समीप रात डेढ़ बजे कमला बलान पश्चिमी तटबंध टूटा, घनश्यामपुर प्रखंड की सभी 12 पंचायतें, किरतपुर की पांच पंचायतें, गोराबौराम की 10 पंचायतें और बिरौल कुशेश्वरस्थान प्रखंड की पांच-पांच पंचायत प्रभावित
अप्रत्याशित बाढ़ से मुकाबले के लिए सेना की मदद
पटना : प्रदेश के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में आई अप्रत्याशित बाढ़ से मुकाबला के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है. इस बार पूर्वी बिहार के अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज में काफी वर्षों के बाद इस तरह की बाढ़ आई है कि शहरों तक में पानी भर गया है. कटिहार में सेना की मदद ली जा रही है. उत्तर बिहार के भी कई जिले जिनमें पूर्वी, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी आदि प्रमुख है अचानक बाढ़ में धिर गए हैं. बाढ़ में धिरे लोगों के बचाव और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए सेना केे सात काॅलम के साथ ही एनडीआरफ की 22 और एसडीआरएफ की 13 टीम लगाई गयी हैं.
बाढ़ प्रभावित जिलों में छुट्टियां रद्द
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, देश के गृहमंत्री और रक्षामंत्री राज्य सरकार के सतत संपर्क में रह कर पल-पल की खबर ले रहे हैं. बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के साथ ही उनके बीच फुड पैकेट, पाॅलिथीन शीट आदि के वितरण का प्रयास किया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित जिलों के सभी पदाधिकारियों, कर्मियों व डाॅक्टरों आदि की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है तथा युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में लगने का उन्हें राज्य सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है. राज्य सरकार केंद्र सरकार, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाने में दिन-रात लगी हुई है.
बाढ़ पर सियासत : तेजस्वी ने ट्वीट कर नीतीश पर साधा निशाना
बिहार के कई जिलों में आए बाढ़ को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा है, पूर्व चेतावनी के बावजूद बिहार सरकार सतर्क नहीं हुई. सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और बाढ़ में डूबने का इंतजार करती रही. उन्होंने आगे लिखा है, सीएम को विगत एक महीने से जनादेश का अपमान और दलगत पाला बदलने से फुर्सत नहीं है.