पटना एयरपोर्ट से विंटर सीजन में उड़ान भरने वाली फ्लाइटों का शेड्यूल जारी हो गया है। विमानन कंपनियों ने 44 फ्लाइटों की अनुमति मांगी थी पर डीजीसीए ने 36 फ्लाइटों की ही स्वीकृति दी है। जो 29 अक्टूबर से उड़ान भरेंगी।
एयरपोर्ट के अफसरों ने बताया कि इंडिगो की चेन्नई वाराणसी वाया पटना फ्लाइट सेवा शुरू होगी। गोएयर की दो नई फ्लाइटों को भी स्वीकृति मिली है। इनमें बेंगलुरू से पटना व मुंबई से पटना के बीच नई उड़ानें होंगी।
पटना से अभी 33 शहरों के लिए कुल 33 नियमित फ्लाइट हैं। एयरपोर्ट से स्पाइस जेट की पांच, जेट की 3 और एयर इंडिया की चार उड़ानें हैं। इनकी संख्या में कमी या बढ़ोतरी नहीं हुई है।
नए शेड्यूल के अनुसार 29 अक्टूबर से इंडिगो की सबसे ज्यादा 15 फ्लाइट और गो एयर की 9 फ्लाइट होंगी। एयरपोर्ट प्रशासन मंगलवार को नई फ्लाइटों का समय जारी कर सकता है।
जाड़े में घट जाएगी विमानों की संख्या :29 अक्टूबर से भले ही 33 विमानों की स्वीकृति मिली हो पर इस शेडयूल में परिवर्तन तय है। दिसंबर अंत से फरवरी के मध्य तक एयरपोर्ट पर विजिबलिटी कम जाती है। ऐसे में लगभग 26 विमानों की आवाजाही रहेगी और बाकी विमानों को धुंध की वजह से रद्द करना पड़ सकता है।
पटना एयरपोर्ट की दो अहम समस्याएं हैं। एक तो छोटा रनवे और दूसरा पार्किंग की कमी। जाड़े के समय कम विजिबलिटी में विमानों की लैं¨डग की समस्या बढ़ जाती है। सबसे अहम समस्या तो विमानों की पार्किंग की है। मात्र चार पार्किंग की वजह से देर शाम आने वाले विमानों को पार्किंग में जगह नहीं मिल पाती।
इस वजह से उन्हें कोलकाता या रांची जाने की मजबूरी होती है। चूंकि पटना आने में लेटलतीफी की वजह से वे देर रात यहां पहुंच पाती हैं और धुंध के कारण रांची या कोलकाता के लिए उड़ान भरने में मुश्किल होती है इसलिए विमानों को रद्द करना पड़ता है।