बिहार में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। पिछले 24 घंटे में पटना में 30 नए संक्रमित सहित राज्य में 44 नये संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी है। 4 माह बाद पटना में सर्वाधिक 30 नए संक्रमित मिले। इनमें से 25 शहरी क्षेत्र के जबकि पांच ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं। इससे पहले इससे अधिक 41 संक्रमित 13 फरवरी को मिले थे। केरल, मुंबई एवं अन्य राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने जिलों में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अफसरों व कर्मियों को अलर्ट कर दिया है।
जांच और टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश
अपर स्वास्थ्य मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी सिविल सर्जनों को सख्त हिदायत दी है कि जांच और टीकाकरण में कोताही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने व टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिया है। सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना जांच टीम तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने 40 से कम सैंपल जांच करने वाले जिलों को विशेष टीम तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
एक दिन में सात गुना अधिक कोरोना संक्रमित मिले
पटना में एक दिन में सात गुना से अधिक संक्रमित मिले। एक दिन पहले शुक्रवार 10 जून को पटना में मात्र चार संक्रमित मिले थे। वहीं शनिवार को 30 मिले। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों व अस्पतालों में हो रही जांच रिपोर्ट की मानें तो एक बार फिर कोरोना की गति तेज होने लगी है। कई लोग निजी लैबों में जांच करा रहे हैं, जिसकी सूचना सिविल सर्जन कार्यालय को नहीं मिल पा रही है। जून के पहले सप्ताह से ही कोरोना की गति तेज होने लगी थी। मई में जहां पूरे महीने मिलाकर 121 सक्रमित मिले थे, वहीं जून के प्रारंभिक 11 दिनों में ही संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा 99 पर पहुंच गया है। 13 फरवरी के पहले संक्रमितों के मिलने की संख्या 30 से अधिक रही थी।