भारत में एक बार को मंत्री बन गया तो उसकी सात पुश्तें एश की जिंदगी जीती हैं और बैठ कर खाती हैं। लेकिन सभी ऐसे नहीं होते। पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के बड़े भाई 102 साल की उम्र में छाता मरम्मत करने की दुकान चलाते हैं।
क्या कोई कल्पना कर सकता है जिस के प्रधानमंत्री जी पैर छूते हो और जो पूर्व राष्ट्रपति कलाम जी के बड़े भाई हो वो इतनी छोटी दुकान से अपने परिवार का गुजारा चलाते हैं और दूसरी तरफ वो लोग है, जो एक मंत्री बन जाए तो पूरे परिवार को उम्र भर कमाने की जरूरत नहीं रहती।
मेरी नजर में धन्य है ऐसा परिवार, ऐसी ईमानदारी, ऐसी राष्ट्र निष्ठा। क्या देश के राजनेता व नौकरशाही व आम जनता कोई सबक लेगी इस महान परिवार से?
भारत रत्न ए पी जे अब्दुल कलाम बड़े भाई मोहम्मद मुथु माराकायेर 2015 नवंबर में सौ साल के होने जा रहे थे। ए पी जे अब्दुल कलाम अपने बड़े भाई के लिए बहुत बड़ी पार्टी करने की योजना बना रखी थी।
वे इस मौके पर अपने गृहनगर रामेश्वरम में अपने परिवार के सभी सदस्यों को बुलाने वाले थे और ‘100’ लिखे बैनर लगाने वाले थे।