देर तक खाली पेट रहने, योगा-व्यायाम से दूर रहने तथा तेल-मसालायुक्त भोजन करने से पेट दर्द, गैस, आंतों में सूजन जैसी समस्याएं होती हैं। इसके साथ ही अनिंद्रा, तनाव, देर तक सोने और लगातार बैठकर काम करने से भी कब्ज, गैस, मोटापा जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
बचाव के लिए सात घंटे की नींद, नियमित रूप से योगा-प्राणायाम, मॉर्निंग वॉक और सुबह का नाश्ता नौ बजे तक करना चाहिए। इसके साथ ही हरी पत्तेदार सब्जियों, मौसमी फलों, चोकर-फाइबरयुक्त भोजन करना चाहिए। योगा-प्राणायाम से आंतों का व्यायाम होता है।
खराब जीवनशैली से बनता है गैस
ये बातें गैस्ट्रोलॉजी के विशेषज्ञ सह वरीय चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार ने हिन्दुस्तान के पाठकों को फोन पर दीं। कहा कि गैस एक लक्षण है, बीमारी नहीं। यह हमारी अपनी गलत जीवनशैली के कारण ही उत्पन्न होता है। दिनचर्या और जीवनशैली में बदलाव लाकर हम इससे मुक्ति पा सकते हैं। दवा सेवन और घरेलू उपाय अपनाने के बावजूद यदि गैस और पेट में दर्द की समस्या छह सप्ताह तक बनी रहे तो इसे हल्के में नहीं लें। विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच कराकर सलाह लें। यह पेप्टिक अल्सर, गॉल ब्लाडर में पथरी, आंतों में सूजन के कारण हो सकता है। सीने में दर्द और एसिडिटी को गैस की समस्या समझ कुछ लोग टालने लगते हैं। यदि चलने पर दर्द बढ़े तो यह हृदय रोग का कारण भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में तत्काल जांच करानी चाहिए।
अन्य महत्वपूर्ण सलाह
● दूध पीने से गैस हो तो दही-पनीर का सेवन करें
● छह सप्ताह से ज्यादा तक गैस-पेट दर्द की परेशानी हो तो जरूर जांच कराएं
● साल में कम से कम एक बार कीड़े मारने की दवा का सेवन करें
● सात घंटे की नींद, मनाव रहित जीवन व नियमित व्यायाम से पेट संबंधी परेशानी होगी दूर
कुछ जरूरी सवाल और डॉक्टर की सलाह
सवाल- गैस की समस्या बनी रहती है। कब्जियत रहता है। पेट साफ नहीं होता। भूख नहीं लगती है। – पटना से बलिराम पांडेय, मनोज कुमार, आरा से सुरेंद्र सिंह।
सलाह- अपनी खान-पान की आदतों में बदलाव लाएं। ज्यादा देर खाली पेट नहीं रहें। सुबह का नाश्ता नौ बजे के पहले कर लें। नियमित रूप से पैदल चलें, योगा-प्राणायाम करें। योगा-प्राणयाम से आंतों का व्यायाम होता है।
सवाल- मुंह में हमेशा नमक जैसा महसूस होता है। मीठा खाने के बाद भी ठीक नहीं होता है। – हजारी प्रसाद, कटिहार।
सलाह- आपको ज्यादा तेल-मसालायुक्त भोजन और फास्ट फूड से परहेज करना होगा। खाने के आधा घंटा बाद पानी पीएं। रात में सोने से कम से कम दो घंटा पहले हल्का खाना लें। दर्द की दवा का लंबे समय तक सेवन से भी मुंह में नमक जैसा महसूस होता है।
सवाल- कब्जियत-गैस रहता है। दस्त होता है और भूख कम लगती है। – परसा से अशोक सिंह, गया से रंजीत रंजन।
सलाह- दूध पीने से गैस बढ़ता है तो इसे छोड़ दें। इसके बदले पनीर और दही का सेवन करें। कीड़े की दवा छह माह में एक बार लें। खाने में हरी-पत्तदार सब्जियां और फाइबरयुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
सवाल-पेट में दाहिने ओर गांठ जैसा बनता है। गांठ में दर्द नहीं होता है। जवाहर जी (हाजीपुर)
सलाह- गांठ अगर बढ़ रहा हो और रंग बदल रहा हो तो अल्ट्रासाउंड-बायोप्सी कराकर जांच करानी चाहिए।
सवाल- 18 साल से डायबिटीज है। कब्जियत रहता है। दो-तीन दिन में एक बार शौच होता है।- संजय, मुजफ्फरपुर।
सलाह– डायबिटीज अनियंत्रित होने से डायबिटीज न्यूरोपैथी होती है। इससे आंतों की क्षमता भी घटती है। डायबिटीज नियंत्रित रखें । फाइबरयुक्त डाइट लें।