सिंगल यूजेज प्लास्टिक को लेकर नगर परिषद द्वारा दो दिन पहले ही बड़ी कार्रवाई की गई है। दो गोदाम से 575 किलो सिंगल यूजेज प्लास्टिक को जब्त किया गया था, जिसकी कीमत पांच लाख रुपए तक आंकी गई थी। लेकिन इस बड़ी कार्रवाई के बावजूद शहर में धड़ल्ले से इसका उपयोग हो रहा है।
सब्जी मंडी से लेकर दवा दुकानदार तक प्रतिबंधित प्लास्टिक में ही सामान दे रहे हैं। हर ओर प्लास्टिक का उपयोग खुलेआम हो रहा है। एक और जहां दुकानदार बेफिक्र होकर प्लास्टिक में सामान दे रहे हैं। वहीं, ग्राहक भी मंडी से इसी में सामान घर तक ला रहे हैं।
प्रशासन भी सुस्त
कार्रवाई के बाद ऐसा लगा था कि लोगों में इसे लेकर कानून का डर व्याप्त होगा और इसके उपयोग पर रोकथाम लगेगा। पर शहर में इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। इधर नगर परिषद के अधिकारी नियमित कार्रवाई की बात करते हैं। लेकिन जनता यह मान चुकी है कि कभी कभार ही प्रशासन सक्रिय होता है।
शुरु में जमकर हुई थी कड़ाई
अब हाल के दिनों में कारवाई नहीं होनी है जिसके कारण लोग धड़ल्ले से इसका उपयोग जारी रख रहे हैं। यदि लगातार नगर परिषद किस दिशा में कार्रवाई करती तब जाकर लोगों में इसे लेकर भय व्याप्त होगा और इसपर रोक लगेगी।
शुरुआती दौर में प्रशासन का डंडा जमकर चला था और लोग प्लास्टिक को छोड़कर झोला प्रथा की ओर वापस लौटे थे। लेकिन अब इस कदर लोग निष्क्रिय हो गए हैं कि बड़ी कार्रवाई के बावजूद भी रोकथाम की पहल नहीं हो रही है।