डॉक्टर कफील को आप भूले नहीं होंगे। ये वहीं हैं जो 2017 में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौ’त बाद चर्चा में आए थे।इस घटना के बाद योगी सरकार ने उन पर लापरवाही के आरोप लगाकर जेल में डाल दिया था। फिलहाल डॉ.कफील एक बार फिर से चर्चा में हैं । वह बिहार के मुज फ्फरपुर में बच्चों की मौ’त के बाद अब खुद वहां पहुंचकर फ्री इलाज कर रहे हैं।

बता दें कि बिहार में चमकी बुखार के कहर से 150 से ज्यादा बच्चों की मौ’त हो चुकी है जबकि अभी भी हॉस्पीटल में सैकड़ों बच्चे इलाज के लिए पहुंचे हैं लेकिन दवाओं और डॉक्टर की कमी के कारण उन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है।इस बीच डॉ.कफील खुद वहां पहुंचकर बी’मार बच्चों का इलाज कर रहे हैं।

गौरतलब है बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में Acute Encephalitis Syndrom (चमकी बुखार) की वजह से अब तक 150 से ज्यादा बच्चों की मौ’त हो चुकी है। अस्पतालों में अभी भी सैकड़ों बच्चों का इलाज चल रहा है।

अस्पतालों में ना पर्याप्त दवाईयां हैं और ना ही स्टाफ ऐसे में डॉक्टरों को जूनियर डॉक्टर से काम चलाना पड़ रहा है। इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ भी बहुत कम है जिसके चलते नर्सिंग स्टूडेंट की सहायता ली जा रही है।

चमकी बुखार के अलावा बिहार के कई जिले लू से प्र’भावित हैं। अब तक पूरे बिहार में लू से 200 से भी ज्यादा लोगों की मौ’त हो चुकी है। गया, ओरंगाबाद और नवादा लू से सबसे ज्यादा प्र’भावित इलाके हैं।
Sources:-Live News