खुले में कचरा न फेंका जाए, इसके लिए मानसिकता में परिवर्तन आवश्यक है। नगर निगम या फिर सरकार के स्तर पर चाहे जितना भी कर दिया जाए, जब तक लोगों में साफ-सफाई के प्रति जागृति नहीं होगी तब तक कुछ बदलाव नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने कहा कि साफ-सफाई के प्रति जागरूकता का होना सबसे महत्वपूर्ण है। इसके बाद किसी ने घर और दुकान के आसपास कचरा फेंका तो उस पर जुर्माना लगाएंगे। कई वर्षों से यह प्रयास हो रहा था कि पटना में जो कचरा निकलता है उससे बिजली तैयार की जाए।
अब अमेरिकी की कंपनी से इसके लिए करार हुआ है। एक साल में यह प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा और 230 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी। मुख्यमंत्री Nitish Kumarने सोमवार को संवाद कक्ष से पटना में डोर-टू-डोर कचरा उठाव की शुरूआत की। इस मौके पर नीतीश ने कहा कि हर वॉर्ड के लिए अलग प्लान तैयार किया गया है।
राजधानी को स्वच्छ और सुंदर बनाने की पहल है। पटना के हर घर से कचरा इकट्ठा कर एक बड़े स्थान पर जमा किया जाएगा। वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के जरिए कचरे से बिजली तैयार की जाएगी।इस प्लान से पूरे बिहार में बिजली आपूर्ति की जाएगी। इस अभियान से बिहार स्वच्छ भी बनेगा और लोगों को बिजली भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि 50 माइक्रोन से कम की प्लास्टिक को खत्म करना ही है। उन्होंने सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं की भी चर्चा की और यह निर्देश दिया कि जिला प्रशासन आवारा घूम रहे जानवरों को पकड़े और उन्हें गोशाला भेजे। मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने इस मौके पर पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि 50 माइक्रोन से कम की प्लास्टिक को खत्म करना ही है। उन्होंने सड़क पर घूमने वाले आवारा पशुओं की भी चर्चा की और यह निर्देश दिया कि जिला प्रशासन आवारा घूम रहे जानवरों को पकड़े और उन्हें गोशाला भेजे।