अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘अमेरिका कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के संबंध में चीन के खिलाफ बेहद गंभीरता से जांच’ कर रहा हैं।’
ट्रंप ने इस कथन से संकेत दिया है कि अमेरिकी प्रशासन बीजिंग से जर्मनी द्वारा मुआवजे के रूप में मांगे गए 140 अरब डॉलर से कहीं बड़े मुआवजे के बारे में सोच रहे हैं।
चीन में वुहान शहर से शुरु हुआ कोरोना वायरस पुरी दुनिया में हडकंप मचा रखा हैं।कोरोना वायरस दुनिया के लगभग सभी देशों में फैल चुका हैं।दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस से 30,50,308 लोग सक्रमित हो चुके हैं।वहीं इस वायरस से पूरी दुनिया में अब तक 2,11,326 लोगों की मौत हो चुकी हैं।कोरोना वायरस के संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका हैं ।दुनिया में सबसे ज्यादा अमेरिका में लोग कोरोना के चपेट में आये हैं। अमेरिका में अभी तक कोरोना वायरस से 56,000 लोगों की मौत हो चुकी हैं।वहीं यहां दस लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी के नेता लगातार कह रहे हैं कि अगर चीन शुरुआती चरण में इस वायरस के संबंध में जानकारी देने में पारदर्शिता रखता तो इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत नहीं होती और वैश्विक अर्थव्यवस्था को इतना बड़ा नुकसान नहीं पहुंचता। कई देश चीन से मुआवजे वसूलने की बात करना शुरू कर चुके हैं।

वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को रोज गार्डन के संवाददाता सम्मेलन में जर्मनी के मुआवजे संबंधी दावे के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम उससे आसान चीजें कर सकते हैं। हमारे पास वैसा करने से भी आसान तरीके मौजूद हैं।’’पीटीआई के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप से पूछा गया था कि क्या अमेरिका भी जर्मनी की तरह ही क्षति के लिए 140 अरब डॉलर मुआवजे के रूप में मांगने जैसा कदम उठा सकता हैं।
जिसका जबाब देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘‘जर्मनी भी कुछ विचार कर रहा है और हम भी कुछ देख रहे हैं और जर्मनी जितने मुआवजे की बात कर रहा है, हम उससे कहीं बड़ी राशि की बात कर रहे हैं।’’उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘हमने अभी अंतिम राशि निर्धारित नहीं की है लेकिन यह काफी बड़ी राशि होने वाली है।’’

अमेरिका के बाद इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित यूरोप हैँ। वहीं भारत में कोरोना वायरस से 29,435 लोग संक्रमित हो चुके हैं एंव भारत में अब तक कोरोना वायरस से 934 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इस वायरस की वजह से अमेरिका में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में व्यापक स्तर पर क्षति पहुंची हैं।साथ ही उन्होंने कहा की चीन को इस वायरस के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहारने के कई रास्ते हैं।उन्होने यह भी कहा कि अमेरिका इस संबंध में गंभीरता से जांच कर रहा है और वह चीन से खुश नहीं हैं।