पटना: मंदिर में दर्शन करने से मन को शांति को मिलती है और साथ ही पुण्य प्राप्त होता है। लेकिन कुछ लोग मंदिर में ऐसी छोटी-मोटी गलतियां कर देते हैं, जिससे पुण्य कम हो जाते हैं और दोष लग जाता है। इन गलतियों के बारे में लोगों को नहीं पता होता। लेकिन आइए हम बताते हैं आपको कि मंदिर में कौन-सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
मंदिर में हंसनाः मंदिर में हंसना, जोर से बोलना, किसी भी तरह का मनोरंजन करना ठीक नहीं है। क्योंकि इससे लोगों के ध्यान में बाधा पड़ती है और आपको दोष लगता है।
किसी दर्शन करने वाले के आगे से निकलना या खड़ा होनाः मंदिर में जब कोई भक्त भगवान के दर्शन कर रहा हो तो उसके आगे से नहीं निकलना चाहिए और न ही खड़ा होना चाहिए।
उल्टी परिक्रमा करनाः कुछ लोग अज्ञानता के कारण उल्टी परिक्रमा कर लेते हैं। हमेशा परिक्रमा उल्टे हाथ की तरफ से शुरू कर के सीधे हाथ की ओर खत्म करनी चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग की आधी परिक्रमा करनी चाहिए।
बेल्ट पहनकर जानाः मंदिर में कभी बेल्ट पहनकर या चमड़े की चीजें नहीं ले जाना चाहिए। चमड़े को अशुद्ध माना गया है। ऐसा करने से पाप लगता है।
मूर्ति के सामने खड़ा होगाः मंदिर में जाते ही देवी-देवता की मूर्ति के सामने खड़ा होना गलत है। क्योंकि भगवान की मूर्ति से निकलने वाली भारी तेज ऊर्जा मानव शरीर सहन नहीं कर पाता।