देश में चीन में बने सामानों की बिक्री का लोगों ने विरोध क्या शुरू किया, मिट्टी के दीये बनाने वालों के चेहरे पर बहुत वर्षों के बाद खुशी की लकीर दिखाई दे रही है।
इस वर्ष लोग मिट्टी के बने दीपक के अलावा स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए मिट्टी की अन्य सामग्री एवं मिट्टी के बने लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों को खरीद रहे है। मिटटी के दीपक 70 रुपये सैकड़ा के हिसाब से बिक रहा है।
दरअसल, पूरे देश में इन दिनों चीन में बने सामानों की बिक्री का जोरदार विरोध हो रहा है, लिहाजा लोगों के बीच स्थानीय स्तर पर बने मिट्टी के दीपक एवं अन्य सामग्री की डिमांड बढ़ गई है।
इसके अलावा रेडीमेड दुकानों में भी कोलकाता एवं राजस्थान के बने दीप एवं लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां सजी हुई है, क्योंकि आम लोग चीन के सामान खरीदने से परहेज कर रहे हैं, जिस कारण दुकानदार भी चीन के सामानों को रखने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे है।
देसी सामानों की बिक्री बढ़़ने से पिछले कई वर्षो से कम बिक्री से परेशान मिट्टी के कारीगरों के चेहरे इस वर्ष खिले हुए नजर आ रहे हैं।