पटना का दीघा पुल चालू हो गया है। आम लोगों को राहत तो मिली ही है, उद्योग जगत की समस्याएं भी खत्म होने के कगार पर हैं। दरअसल, इस पुल पर अभी ट्रकों की आवाजाही शुरू नहीं हुई है।
मगर इसे हरी झंडी मिलते ही सालाना पांच हजार करोड़ रुपये की बचत होगी। लगभग चार साल से इस पुल के चालू होने का इंतजार था। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले इकलौते पुल महात्मा गांधी सेतु के कमजोर होने की वजह से बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लग गई थी।
माल ढुलाई में छोटे वाहनों के उपयोग से गाड़ियों की संख्या बढ़ गई। इससे ढुलाई की लागत तो बढ़ी ही, 12 से 36 घंटे का जाम लगने से वाहन मालिक ओवर चार्ज करने लगे थे। विकल्प के तौर पर दीघा पुल शुरू हुआ है। अब भी बड़े वाहनों पर रोक है, लेकिन छोटे वाहनों के चलने से जाम से राहत मिली है।