मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विवाद खड़ा करने वालों को धर्म से कोई वास्ता नहीं होता है। ऐसा करने वाला सही आदमी नहीं है। वह किसी-न-किसी प्रकार से विवाद पैदा करना चाहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में इसको लेकर पूरी सतर्कता है। हर किसी को आयोजन की इजाजत यहां मिलती है। पूरे तौर पर विश्वास रखो, जो भी करना है करो, पर दूसरे के खिलाफ गड़बड़ी मत करो। हमलोग सबकी इज्जत करते हैं। किसी को अपमानित नहीं करते हैं। सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर देश के कुछ हिस्सों में जारी विवाद पर पूछे गये सवाल का सीएम जवाब दे रहे थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में जब से काम करने का मौका मिला है तब से आपस में किसी तरह का विवाद व झंझट नहीं हो, इसके लिए हमलोग सतर्क हैं। वर्ष 2005 के पहले बिहार में बहुत विवाद होते थे। सवालिया लहजे में कहा कि आजकल भले ही वो शासन के बाहर हों, पर शासन में वे थे तो कितना झंझट होता था? हमलोगों ने लोगों में जागरूकता लाकर विवाद को बिल्कुल समाप्त करने की कोशिश की।
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि जब भी कोई अवसर होता है तो पूरा का पूरा प्रशासन और पलिस को अलर्ट रखा जाता है, ताकि कोई आपसी विवाद न हो। बिहार में यह न के बराबर है। वर्ष 2006-07 से ही देख लीजिए। हम तो सब जगह बोलते हैं, आपस में प्रेम और भाईचारे का संबंध रखें। आपस में विवाद नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अपने-अपने धर्म-मजहब का पालन कीजिये, कोई रोके हुए थोड़े ही है। उन्होंने कहा कि झगड़े का पूजा से कोई संबंध नहीं है।