जुडी शीतल पर्व पर दरभंगा में मां श्यामा के दिगंबरा स्वरूप के दर्शन के लिए दूसरे राज्यों समेत नेपाल तक से भक्त बड़ी संख्या में देर शाम तक मंदिर परिसर में पहुंचते रहे।
भक्तों को माता के इस स्वरूप में दर्शन के लिए पूरे एक वर्ष तक का इंतजार करना पड़ता है। मंदिर स्थापना काल से ही जूड़ शीतल के दिन विशेष पूजा अर्चना के बाद माता के दिगंबरा स्वरूप को भक्तों के दर्शन के लिए खोला जाता है।
दिगंबरा रूप के दर्शन से पूर्व मंदिर के सहायक पुजारी पं. शरद कुमार झा ने विभिन्न तीर्थ स्थलों के जल गंगाजल से मां श्यामा का जलाभिषेक किया।