उपहारा थाना पुलिस द्वारा रविवार की रात पकड़े गए चार चोरों में गया जिले के टेकारी थाना क्षेत्र के टेकारी निवासी छबिला पासवान उर्फ टाइगर चोर गिरोह का मुख्य सरगना है। यह औरंगाबाद के अलावा गया और अरवल जिला पुलिस के लिए सिरदर्द था। यह शातिर चोर है। पलक झपकते किसी भी प्रकार का ताला और लाकर लोहे की औजार से तोड़ देता है।
उपहारा थानाध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि छबिला शातिर चोर है। चोर गिरोह का मुख्य सरगना है। 18 दिसंबर की रात करीब 12 बजे उसे और उसके साथ दो और चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। सभी उपहारा थाना क्षेत्र में चोरी करने की योजना से ही पहुंचे थे। गिरफ्तार चोरों के पास से एक लोहे का सबल बरामद किया गया है। बताया कि बरामद सबल दुकान का शटर तोड़ने में उपयोग करते हैं।

ससुराल में दामाद का दहशत
पुलिस ने बताया कि छबिला को टेकारी थाना पुलिस के द्वारा चोरी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से छूटने के बाद चोरी का धंधा करने लगा। इसका ससुराल अरवल के बंशी थाना क्षेत्र के श्रीरामपुर गांव में है और ससुराल के लोग भी इसकी चोरी की धंधा से परेशान रहते हैं। जब भी यह ससुराल जाता और गांव के लोग देख लेते हैं, तो रात भर डर के मारे सो नहीं पाते हैं। लोगों को यह डर बना रहता है कि कब किसके घर में चोरी की घटना हो जाए। फिर जेल से छूटेगा तो चोरी की ही धंधा करेगा।
कई थानों की पुलिस के लिए था सिरदर्द
पुलिस ने बताया कि इसके गिरोह का एक अन्य साथी टेकारी के देवधरपुर गांव निवासी विशाल कुमार है। वह भी शातिर चोर है। इन लोगों के साथ टेकारी थाना क्षेत्र के मटबिगहा गांव निवासी गौरव कुमार और उपहारा थाना क्षेत्र के बेला गांव निवासी गिरजेश कुमार गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं। थानाध्यक्ष के अनुसार छबिला कई थानों की पुलिस के लिए सिरदर्द था। इसकी गिरफ्तारी के बाद ससुराल के साथ-साथ इसके अपने गांव व इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है।