सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने व पलायन रोकने के लिए विशेष पहल करने जा रही है। कौशल विकास मिशन के तहत पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग स्वरोजगार सृजन के लिए निजी क्षेत्र के सेवा प्रदाताओं के जरिए सात विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण की व्यवस्था करने जा रहा है।
इसके तहत पशुपालन, मुर्गी पालन व बकरी पालन आदिक सात क्षेत्रों में तीन करोड़ रुपये से स्वरोजगार का सृजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत 17 से 59 वर्ष की आयु के पुरुष व महिलाओं को प्रशिक्षण देने की तैयारी है।पशुपालन निदेशक नवदीप शुक्ला ने इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

सात क्षेत्र में चयनित: पशुधन सेवा प्रदाता, ब्यालर पाल्ट्री फार्म वर्कर, बकरी पालक, कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन, डेयरी किसान व उद्यमी, डेयरी फार्म पर्यवेक्षक, लेयर फार्म वर्कर को प्रशिक्षण देने का प्रविधान किया गया है। प्रशिक्षितों को प्रमाण पत्र भी बिहार कौशल विकास मिशन की ओर से दिया जाएगा।
इसके अलावा राज्य योजना के तहत और दो प्रकार के प्रशिक्षण योजना का क्रियान्वयन होगा। इस पहल से स्वरोजगार के लिए बैंकों से ऋण लेने में सहायता मिलेगी। इसमें डोमेन विशिष्ट कौशल ब्रिज कोर्स है। डोमेन विशिष्ट कौशल प्रशिक्षण के तहत राज्य के योग्य युवक-युवतियों को पशुपालन से संबंधित विधाओं में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नियोजन व स्वरोजगार का दायित्व प्रशिक्षण देने वाले संस्थानों पर: प्रशिक्षण प्रदाता संस्थाओं का चयन एवं पंजीकरण कौशल विकास मिशन द्वारा किया जाएगा। कौशल विकास मिशन में पंजीकृत सरकारी संस्थाओं के माध्यम से भी सभी विधाओं में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।