थाना क्षेत्र के चकरोशन गांव में मात्र 20 हजार नगदी दहेज के लिए ससुराल वालों ने 22 वर्षीया विवाहिता लक्ष्मी देवी की मंगलवार की रात गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतका के मायके वालों ने गले में फसरी लगा कर हत्या का आरोप लगाया है।
घटना की सूचना पर बुधवार को एसआई रमाकांत सिंह व गौतम कुमार ने मौके पर पहुंचकर विद्यालय के पास अर्थी पर छुपाया शव उठाकर पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया। इधर, लोगों ने महिला की संदेहास्पद स्थिति में ससुराल में मौत होने की बात कही है।
मृतका चकरोशन गांव निवासी वीरेंद्र यादव की पत्नी लक्ष्मी देवी थी। उसका मायका जिले के बांका प्रखंड ककवारा पंचायत के सोनारी गांव था। मृतका के पिता शौकी यादव ने बताया कि उनकी बेटी को एक पुत्र था, जिसकी मौत पहले ही हो चुकी है। अब बेटी की मौत के बाद पिता शौकी यादव, माता सूमिया देवी एवं भाई प्रदीप यादव का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतका के मायका में सभी का रो-रोकर हाल बुरा
बुधवार को घटना को लेकर मृतका के भाई ककवारा पंचायत के सोनारी गांव निवासी प्रदीप यादव ने बताया कि उसकी बहन की शादी 2019 में थाना क्षेत्र के चकरोशन निवासी वीरेंद्र यादव से हुई थी, जिसमें एक लाख 80 हजार नगदी दहेज दिया गया था। 20 हजार बकाया के कारण उसकी बहन के साथ ससुराल वाले मारपीट करते रहते थे।

ससुराल वालों ने फोन कर बताया कि लक्ष्मी की तबीयत खराब हो गई है, जिसे अस्पताल ले जा रहे हैं। इसके कुछ देर बाद मौत की सूचना दी गई। ससुराल पहुंचने पर पता चला कि ससुरालवाले फरार हो गए हैं, जबकि शव स्कूल में छिपा कर रखा था।
पुलिस का कहना
शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मृतका के मायके वालों के द्वारा प्राथमिकी कराने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।