कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 की आहट के बाद जिला के स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीन की याद आई है। कोविशील्ड के 20 हजार नए डोज के लिए राज्य मुख्यालय को सूचना दी गई है। अभी जिले में कोवैक्सीन की छह डोज उपलब्ध है। इधर, कोरोना को लेकर सभी पीएचसी प्रभारियों से फीडबैक मांगा गया है। दो दिनों में कोविड से बचाव की तैयारी पर पीएचसी प्रभारी रिपोर्ट देंगे। अगर कोई उपस्कर व अन्य कमी हो तो उसकी भी जानकारी देंगे, ताकि वहां पर मुकम्मल तैयारी की जा सके।
सिविल सर्जन डा.यूसी शर्मा ने बताया कि अभी जिले में एक भी मरीज नहीं है। वैक्सीन की ग्राफ को बढ़ाने के लिए लगातार पहल हो रही है। इस बीच सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड को कोरोना मरीजों के लिए चिह्नित किया गया है। मरीज आने के बाद बेड की संख्या में वृद्धि होगी। वहीं बिहार विद्यालय शिक्षा समिति परिसर में कोविड डेडिकेटेड सेंटर चालू रहेगा। यहां के प्रभारी ने बताया कि तीसरी लहर के शांत होने के बाद यहां से सेंटर को हटाने की कवायद चल रही थी। इधर नई लहर आने के बाद यह सेंटर अभी यहीं पर रहेगा। एक से दो दिनों में उसको व्यवस्थित कर दिया जाएगा। इधर शनिवार को 120 लोगों ने कोरोना से बचाव का टीका लिया।
पुरानी व्यवस्था को किया गया सक्रिय
पुरानी व्यवस्था के तहत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परिसर में बना 120 बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल काम करेगा। इसमें 20 वेंटीलेटर युक्त बेड है। इसके साथ सदर अस्पताल परिसर में मातृ-शिशु अस्पताल में 10 आक्सीजन बेड को तैयार रखा गया है।
कोरोना को लेकर भयभीत होने की जरूरत नहीं- सीएस
सीएस ने बताया कि मरीज के अनुसार चिकित्सीय सुविधा दी जाएगी। अभी कोरोना को लेकर भयभीत होने की जरूरत नहीं है। सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना मरीज की पहचान के लिए जांच के साथ टीकाकरण व इलाज की व्यवस्था पूर्व की तरह चल रही है। जिले में एक भी एक्टिव मरीज नहीं हैं। आमलोग कोरोना को लेकर डरे नहीं, सर्तक रहें। जांच के लिए जिले में 25 टीमें तैनात हैं। इसमें चार टीम स्टेशन पर जांच कर रही है। वहां पर 24 घंटे जांच की सुविधा मिल रही है। पीएचसी से लेकर सदर अस्पताल तक टीकाकरण चल रहा है।