बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम केंद्र के खिलाफ नहीं हैं. विकास में केंद्र और राज्य दोनों को सहायक होना चाहिए, लेकिन केंद्र सुनता ही नहीं है.
राज्य से अगर कोई ठोस सुझाव जाये, तो उस पर केंद्र को विचार करना चाहिए, उन्होंने कहा कि सिर्फ योजना बनाने से नहीं होगा, उसका क्रियान्वयन सही तरीके से होना चाहिए, ताकि किसानों को इसका सही लाभ मिल सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन के सर्वे का काम चल रहा है. इसके बाद चकबंदी भी होगी. पिछला रोडमैप भी प्रभावशाली रहा. उत्पादकता में बढ़ोतरी हुई है.
राज्य में भूखमरी की स्थिति नहीं है. 76% लोग कृषि पर निर्भर हैं, ऐसे में कृषि का विकास जरूरी है. कृषि विकास के लिए सड़क, बिजली आदि के क्षेत्र में भी विकास हुआ. धान खरीद को पारदर्शी बनाया गया. कागजी टारगेट से कुछ नहीं होगा. वास्तविकता में रह कर काम करना होगा. उन्होंने शराबबंदी के बाद गांवों में आयी खुशहाली और नशामुक्ति के अपने संकल्प को दोहराया. उन्होंने किसानों से कहा कि वे गांजा- भांग की खेती से दूर रहें.
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