बिहार की राजनीति की तरह मौसम के बदलते मिजाज के कारण प्रदेश के मुखिया की तबियत नासाज है। कैबिनेट की बैठक तक स्थगित है। इस वक्त यह जानना दिलचस्प होगा कि आमजन के नेता जब जनता के बीच नहीं रहते तब क्या करते हैं?
आखिर 16 घंटे से ज्यादा काम करने वाले नीतीश कुमार अकेले रहना पसंद करते हैँ क्या? अगर एकांतवास पसंद है तो वह आखिर कैसी जगह होगी? तनाव के समय क्या करते होंगे? हम आपको बताने जा रहे जब सीएम तनाव में रहते हैं तब किस जगह जाना पसंद करते हैं। उन्हें एकांतवास के लिए वाल्मीकि नगर पसंद है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वाल्मीाकि नगर को संवारने का सपना देखा था। इको पार्क के साथ मेडिटेशन सेंटर बनाने का सपना जल्द् पूरा होने वाला है। वे जब भी तनाव में होते हैं तो वाल्मीकि नगर जरुर आते हैं। सीएम का पसंदीदा आशियाना उनके लुक का होगा. उनके आशियाना के सामने इको पार्क बनेगा, जिसमें मेडिटेशन से लेकर सुरक्षा तक की सारी सुविधाएं मौजूद होगी।
राजनीतिक उलझनों से दूर सीएम नीतीश कुमार प्रकृति को करीब से दीदार की हसरत के साथ वाल्मीकि नगर पहुंचे थे। उस समय सीएम नीतीश ने इस जगह को सजाने का सपना देखा था।
उनका आशियाना बना गेस्ट हाउस को उनके हिसाब से लुक देने के साथ ही खुले में स्वीट रुम भी बनाने की योजना बनी, जहां से प्रकृति और गेस्ट हाउस के बीच दीदार में कोई बाधा न रहे।
10 करोड़ से अधिक की लागत से वाल्मीकि नगर में इको पार्क के साथ मेडिटेशन सेंटर भी बन रहा है। वाल्मीकि की धरती को सीएम सजाने के लिए उन्होंने खुद ही प्लानिंग कर और योजना बनाकर जल संसाधन विभाग को सौंपा है। नीतीश कुमार के सपने को पंख देने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है।