मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सीमांचल के अररिया, किशनगंज और कटिहार में बाढ़ का हाल जानने के बाद घोषणा की कि टूटी सड़कें और टूटे हुए घर प्राथमिकता के आधार पर बनवाया जाएगा। बाढ़ राहत शिविरों का जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री ने पीडि़तों को आश्वस्त किया कि सरकार पीडि़तों के साथ है।
पूरा बिहार उनके साथ है। भयावह बाढ़ ने सड़कों और पुल-पुलियों के अलावा जान-माल को भी नुकसान पहुंचाया है। सरकार युद्ध स्तर पर काम करे। कम से कम समय में सभी व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।
किसानों को मिलेगा मुआवजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक तिहाई फसल का नुकसान होने पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। संबंधित इलाकों के जिलाधिकारियों को पीडि़तों तक पर्याप्त सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने पीडि़तों के धैर्य की भी तारीफ की। सीएम ने कहा कि पीडि़तों के लिए दवा और पेयजल की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कम से कम समय में सभी व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।
हेलीकॉप्टर से फूड पैकेट गिराएं
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जिन क्षेत्रों में संपर्क मार्ग भंग हो गया था, वहां हेलीकॉप्टर के माध्यम से फूड पैकेट गिराए गए। राहत शिविरों के जरिये पीडि़तों को भोजन उपलब्ध कराया गया और अब घर-घर राशन देने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने अररिया के प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि यहां सबसे अधिक जलप्रलय की स्थिति थी, लेकिन जिला प्रशासन ने स्थिति नियंत्रित कर ली।
नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार के खजाने पर पहला हक जनता का है। लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। सरकार सबके नुकसान की भरपाई करेगी। तीनों जिलों में सीएम ने बाढ़ राहत शिविरों की व्यवस्था का निरीक्षण किया।
फूड पैकेटों और बनाए जा रहे खाने की गुणवत्ता की भी उन्होंने बारीकी से पड़ताल की। मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार ङ्क्षसह, आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत व कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार भी थे। किशनगंज में सीएम ने अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक भी की। लगभग 20 मिनट तक चली समीक्षा बैठक में
सांसद ने की शिकायत
बैठक के दौरान सांसद सांसद मौलाना असरारूल हक काशमी ने शिकायत की कि बाढ़ राहत और लौचा पुल निर्माण में देर हो रही। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने तत्काल पुल निर्माण विभाग के सचिव और अन्य अधिकारियों से फोन पर बात कर जल्द से जल्द लौचा पुल का निर्माण पूरा कराने का भरोसा दिया।
बैठक में कोचाधामन विधायक मुजाहिद आलम, विधान पार्षद डॉ दिलीप कुमार जायसवाल व जिलाधिकारी पंकज दीक्षित भी थे। इसके बाद उन्होंने पति और बच्चों को खो चुकी छह महिलाओं को चार-चार लाख रुपये का मुआवजे का चेक सौंपा।