हर साल दीवाली पर चाइना के सजावटी सामानों से बाजार भरे पड़े रहते थे, लेकिन इस बार छपरा सहित आस-पास के जिले के बाजार में चाइना के फैंसी सजावटी सामानों के सामने अपने देसी कुम्हारों के बनाए गए मिट्टी के सामानों की धूम है. लोग बड़ी संख्या में इस ईको फ्रेंडली मिट्टी के खूबसूरत और चटक रंग के सजावटी दीये सहित सामानों की खरीदारी कर रहे हैं. मिट्टी के सामान चटक रंगों में बेहद खूबसूरत लग रहे हैं. इस छपरा में कुम्हार नहीं कुछ महिलाओं ने दिवाली के विशेष अवसर पर दीया सहित अन्य सामग्री बना रही है. इन चटक रंग के सजावटी दीये की डिमांड भी लोगों के बीच जबरदस्त हैं. आलम यह है कि इन महिलाओं और छात्रों को लगातार आर्डर मिल रहे हैं. इससे छपरा की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है.

कौशल विकास केंद्र की लड़कियां तैयार कर रही है आकर्षक दीये
इस दीपावली को लेकर छपरा की महिला एवं छात्राओं ने कुछ खास तैयारी की है. जो दीये इनके द्वारा बनाया जा रहा वह बेहद आकर्षक है और चाइनीस दिए को सीधी टक्कर दे रहा है. हैंड मेड इन दीयों की इतनी डिमांड है कि लोग एडवांस देकर दीये की मांग कर रहे हैं. अगर बाजार की यही स्थिति बनी रही तो चाइनीज दीये को का छपरा से विदा लेना पड़ेगा. दरअसल, यह दीया कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण लेने वाली महिला एवं लड़कियों के द्वारा तैयार किया जा रहा है. कौशल विकास केंद्र की लड़कियां दीये को चटक रूप देकर आकर्षक बना रही है.
एडवांस पैसे देकर लोग करा रहे हैं दीये की बुकिंग
ट्रेनर लवली कुमारी ने बताया कि कौशल विकास केंद्र की महिला और लड़कियां मिट्टी से बेहद आकर्षक दीये तैयार कर रही है. उन्होंने बताया कि दीये की खरीदारी को लेकर बड़े पैमाने पर आर्डर मिल रहा है और लोग एडवांस में पैसा देकर बुक करा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अगर मार्केट में आपको किसी प्रकार के दीये नजर आ रहा है तो उसका सैंपल दिखाइए और उसी तरह का दीया बनाकर उपलब्ध करा दिया जाएगा.
अब तक दो हजार से अधिक के दीये का आर्डर मिल चुका है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है. जबकि एक हजार से अधिक दिए की बिक्री हो चुकी है. 3 रुपए में छोटा और 5 रुपए में बड़ा दीया ग्राहकों को उपलब्ध करा रहे हैं.
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