छठी मईया के आशीष से बेटे-बेटियों को मिली बड़ी सफलता, डॉक्टर बन चिकित्सा के क्षेत्र में गाड़ रहे सफलता के झंडे

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मुजफ्फरपुर के हरपुर लहोड़ी न्यू पुलिस लाईन की रहने वाली सुनीति सिन्हा को छठी मईया पर अटूट आस्था है। वह पिछले 32 वर्षों से पूजा कर रही हैं।

वह कहती हैं कि छठी मईया के आशीष से ही उनका परिवार खुशहाल है। छठी मईया की कृपा से पुत्रों एवं पुत्री को कामयाबी मिली।

सुनीति सिन्हा ने बताया कि उनकी शादी 1985 में प्रसिद्ध् शिशु रोग विशेषज्ञ डा. राजीव कुमार से हुई। घर में उनकी बड़ी सास शांति देवी छठी मईया की पूजा करती थी। उनको देख कर उनमें भी छठ पूजा करने की आस्था बढ़ गई।

सबकी प्रार्थना सुनती हैं छठी मईया

उन्होंने आगे बताया कि 1990 से उन्होंने पूजा शुरु कर दी जो आज भी जारी है। पूजा में परिवार के सभी सदस्यों का पूरा सहयोग मिलता है।

वह कहती है कि छठी मईया की कृपा से दोनों पुत्र डॉ. चैतन्य एवं डॉ. सिद्धार्थ एवं पुत्री डा. मीनाक्षी चिकित्सा जगत में कामयाब हुए। वह कहती हैं कि छठी मईया सबकी प्रार्थना सुनती हैं।

36 वर्ष से कर रही छठ पूजा, अटूट होती जा रही आस्था

55 वर्षीय चित्रलेखा देवी इस वर्ष 36वीं वार छठ मईया की पूजा करेंगी। कुढ़नी के जमीन कमतौल की रहने वाली चित्रलेखा देवी पूरी आस्था एवं श्रद्धा से पर्व की तैयारी करती हैं।

वह अपने परिवार की सलामती के लिए छठी मइया से प्रार्थना करती है। पति किशोर कुमार सिंह एवं पुत्र डॉ. राजीव कुमार एवं नीरज कुमार का पूरा सहयोग उन्हें मिलता है।

वह कहती हैं कि छठी मइया की पूजा से हर तरफ खुशहाली रहती है। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में थोड़ी से परेशानी होती थी, मगर अब छठी मइया की पूजा से आत्मा को शांति मिलती है। छठी मइया उनके परिवार पर सदा कृपावान रहे यही प्रार्थना करती हूं।

 

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