बिहार का सबसे बड़ा पर्व छठ महापर्व अब नजदीक आ गया है. ऐसे में सभी लोग अपने-अपने स्तर पर तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं. इस कड़ी में फल विक्रेता भी फलों को स्टोर करने में लगे हैं. इस बार छपरा के बाजारों में यूपी के केले की धूम मची हुई है. ये केले यूपी के कुशीनगर के बगानों से मंगाए गए हैं, जो ग्राहकों को बहुत पसंद भी आ रहा है. केले की खासियत यह है कि केला आकार में बड़ा है जो व्यापारियों और लोगों को आकर्षित कर रहा है. थोक विक्रेताओं का कहना है कि यूपी से आए केले काफी स्वादिष्ट भी है.
थोक व्यापारियों का कहना है कि बाजार में यूपी के केले की काफी ज्यादा डिमांड है. एक व्यापारी प्रतिदिन औसतन 3-4 गाड़ी केले की बिक्री कर रहा है. ये केले छपरा, बनियापुर, जनता बाजार, सहाजीतपुर इत्यादि बाजारों में सप्लाई किए जा रहे हैं. थोक व्यापारियों ने बताया कि यूपी से आए केले 2200-2400 रूपए प्रति क्विंटल बिक रहा है. छठ को लेकर केले की डिमांड बढ़ गई है.ऐसे तो बिहार के हाजीपुर और सोनपुर का चीनिया केला देशभर में प्रसिद्ध है, लेकिन छठ महापर्व में चीनीया केला की आपूर्ति इतनी नहीं होती है कि मांग को पूरा किया जा सके. इसलिए बाजारों में दूसरे राज्यों से केले मंगाना पड़ रहा है. छपरा और सीवान के बाजारों में यूपी के केले की धूम मची हुई है.
भगवान विष्णु को भी प्रिय है केला
छठ महापर्व में केले का अपना विशेष महत्व है. खरना के प्रसाद सहित छठ माता के पूजा में भी केला का बड़ा महत्व है. हिंदू मान्यता के अनुसार केले में भगवान विष्णु का वास होता है. केला भगवान विष्णु का भी प्रिय फल है. केले को शुद्ध फल माना जाता है. छठी मैया का पसंदीदा फल होने के कारण केला उन्हें प्रसन्न करने के लिए चढ़ाया जाता है, इसलिए फल मंडी भी केले से सज गई है