डॉक्टर का काम होता है अपने इलाज से दूसरों की जिंदगी बचाना, लेकिन कुछ डॉक्टर ऐसे भी होते हैं, जो बाकियों से थोड़ा हटकर काम करते हैं।
ये अपने मरीजों की जिंदगी ही नहीं बचाते, बल्कि आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान लोगों के बीच मुफ्त में टिफिन भी बांटते हैं, ताकि कोई भूख के कारण बीमार ना पड़े। मुंबई में रहने वाले 49 साल के डॉक्टर उदय मोदी करीब दस सालों से भूखे लोगों का हर रोज पेट भरते हैं। हर दिन करीब दो सौ लोगों का पेट भरने वाले डॉक्टर उदय मोदी अब ऐसे बुजुर्गों के लिए घर बनाना चाहते हैं, जिनको उनके अपनों ने छोड़ दिया है। डॉक्टर उदय मोदी बीमार लोगों के इलाज और बेसहारा लोगों को खाने के अलावा एक्टिंग का भी शौक रखते हैं और उससे जो भी आमदनी होती है, उसे वो भूखों तक खाना पहुंचाने में लगा देते हैं।
मुंबई के भयंदर इलाके में रहने वाले डॉक्टर उदय मोदी पेशे से आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं। पिछले 18 सालों से आयुर्वेद के साथ-साथ एक्यूपंक्चर, एक्यूप्रेशर से वो मरीजों का इलाज करते हैं। डॉक्टरी पेशे के साथ 2007 से वो भयंदर इलाके के करीब 20 किलोमीटर के दायरे में बुर्जुगों के लिए मुफ्त टिफिन सेवा चला रहे हैं। इस टिफिन सेवा के जरिये वो आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बुर्जुगों की मदद करते हैं। डॉक्टर उदय मोदी ने अपनी इस सेवा को नाम दिया है श्रवण टिफिन सेवा।
इस सेवा को शुरू करने का आइडिया उनको अपने क्लिनिक में आए एक बुजुर्ग मरीज की खराब माली हालत को देखकर आया। जिनके बच्चे ने उस बुजुर्ग को उम्र के उस पड़ाव में छोड़ दिया था जब उनको अपने बेटे की सबसे ज्यादा जरूरत थी। ये बुजुर्ग आस्टीओआर्थ्राइटस नाम की एक बीमारी से पीड़ित था और उसकी पत्नी को भी लकवा हो गया था। उन बुजुर्ग दंपत्ति की हालत ऐसी थी कि वो अपना इलाज तो दूर खाने का भी इंतजाम नहीं कर सकते थे। तब डॉक्टर मोदी ने उस बुजुर्ग दंपत्ति ने इलाज के साथ खाने का इंतजाम किया।