चंद्रमा पर इतिहास रचने के बाद अब इस टीम में शामिल वैज्ञानिकों को चारों ओर से बधाई मिल रही है. अब इसमें दरभंगा की एक दंपति का नाम सामने आया है. दरभंगा की दंपति नमिता सिंह और निशांत कुमार है. दोनों चंद्रयान 3 की सॉफ्ट लैंडिंग की टीम में शामिल है. चंद्रयान-3 में लैंडर पॉजिशन डिटेक्शन कैमरा और लैंडर हैजर्ड डिटेक्शन एंड एभाइडेंस कैमरा बनाने में अपना योगदान दिया है.
ससुराल में खुशी का माहौल
चंद्रयान 3 के कण कण में सभी लोगों की मेहनत समाया हुआ है. ऐसे ही मिथिलांचल क्षेत्र के दो चेहरे और सामने आए हैं. जिनका महत्वपूर्ण रोल रहा है. चंद्रयान 3 में जिसमें एक दरभंगा की बेटी नमिता सिंह तो दूसरा बेगूसराय का बेटा निशांत कुमार हैं. नमिता बीते 7 वर्षों से इसरो में कार्य कर रही है. तो वहीं निशांत 9 सालों से कार्य कर रहे हैं. नमिता सिंह दरभंगा जिले के बहादुरपुर प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली जोगियारा गांव के राम दिनेश सिंह की पुत्री है. तो वही निशांत कुमार बेगूसराय जिले के मटिहानी प्रखंड क्षेत्र के सहमा गांव निवासी अशोक कुमार के पुत्र हैं. दोनों ने2021 के दिसंबर माह में शादी की है.
जानिए नमिता का सफर
नमिता सिंह का ननिहाल जिले के हनुमान नगर प्रखंड क्षेत्र के पटोरी गांव में है. इनके ननिहाल से मिली जानकारी के मुताबिक नमिता सिंह चंद्रयान-2 में भी अपना सहयोग दे चुकी है. उसके बाद इसरो में ही कार्यरत निशांत से वर्ष 2021 के दिसंबर माह में शादी की नमिता सिंह ने चंद्रयान-3 में लैंडर पोजीशन डिटेक्शन कैमरा और लैंडर हैजर्ड डिटेक्शन एंड एभाइडेंस कैमरा बनाने में अपना योगदान दिया है. तो वहीं निशांत ऑर्बिट रेजोल्यूशन कैमरा में अपना योगदान दिया हैं. नमिता के ननिहाल में चंद्रयान-3 के सॉफ्ट लैंडिंग के बाद पूरे गांव में खुशी का माहौल है. वही गांव वाले और उनके ननिहाल के लोग बताते हैं कि नमिता की शुरुआती पढ़ाई दरभंगा में हुई थी. उसके बाद दुर्गापुर कोलकाता से बीटेक किया. आईआईटी पटना से 2017 में एमटेक किया था. वहीं 17 में ही इसरो में नामित की जॉब लगी थी.