CBI Raid में लालू के खिलाफ मिले सबूत, अब पूछताछ व गिरफ्तारी की आशंका

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शुक्रवार को लालू के आवास पर CBI की छापेमारी को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। जानकारी के मुताबिक CBI को छापेमारी में कई अहम सबूत मिले हैं।

सूत्रों की माने तो छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर लालू से भी पूछताछ व गिरफ्तारी हो सकती है। शुक्रवार को लालू प्रसाद के आवास समेत 12 ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो रेल होटल लीज में गड़बड़ी से जुड़े हैं। सीबीआइ उनका अध्ययन कर रही है।
बताया जाता है कि अब सीबीआइ लालू प्रसाद यादव, उनके पुत्र तेजस्वी यादव और पत्नी राबड़ी देवी समेत सभी आरोपित को एक सप्ताह में समन भेजकर दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय तलब करने वाली है। वहां उनसे पूछताछ की जाएगी।
सीबीआइ मुख्यालय में होगी पूछताछ :
यह पूछताछ लालू प्रसाद, राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता, चाणक्य होटल के मालिक कोचर बंधु और आइआरसीटीसी के पूर्व प्रबंध निदेशक पीके गोयल के ठिकानों पर सीबीआइ छापेमारी में मिले साक्ष्यों पर आधारित होगी। लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और उनके उप मुख्यमंत्री पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव की गिरफ्तारी भी संभव है। लालू के आवास पर छापेमारी करने वाली सीबीआइ टीम ने इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं। लालू और उनके परिजनों से पूछताछ पटना में नहीं, बल्कि दिल्ली स्थित सीबीआइ के मुख्यालय में की जाएगी।
कोचर के ठिकाने से मिले कई अहम दस्तावेज :
आइआरसीटीसी के रांची और पुरी स्थित होटलों को लीज पर देने में की गई गड़बड़ी से संबंधित कई अहम दस्तावेज होटल चाणक्य के मालिक विजय कोचर और विनय कोचर के ठिकानों से मिले हैं। सीबीआइ को इन होटलों की बंदोबस्ती में कोचर बंधुओं को बेजा लाभ दिए जाने से संबंधित कई दस्तावेज आइआरसीटीसी के तत्कालीन प्रबंध निदेशक पीके गोयल के ठिकानों से भी मिले हैं।
कोचर बंधुओं ने पटना के प्राइम लोकेशन सगुना मोड़ पर तीन एकड़ जमीन राजद सांसद प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्रा. लिमिटेड को दी थी। उसके बाद यह जमीन लालू प्रसाद के परिजनों की पार्टनरशिप वाली कंपनी लारा प्रोजेक्टस के नाम पर कर कर दी गई। सीबीआइ ने इस जमीन की सौदेबाजी की जांच के क्रम में कई तरह की अनियमितताएं पकड़ी हैं।
इस जमीन को पहले डिलाइट मार्केटिंग को और उसके बाद लारा प्रोजेक्ट्स को स्थानांतरित करने में सरकार द्वारा तय जमीन की न्यूनतम सर्किल रेट तक का ध्यान नहीं रखा गया। लालू प्रसाद के आवास से मिले दस्तावेज भी सीबीआइ जांच के लिए अहम हैं।

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