बिहार में आज से जातीय जनगणना का काम शुरू होगा। पहला चरण 7 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगा। दूसरा चरण 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा। जातियों की गिनती का काम दो चरणों में पूरा होगा। पहले चरण में घरों की गिनती होगी। इसके अलावा घर के मुखिया और परिवार के सदस्यों के नाम भी दर्ज किए जाएंगे । दूसरे चरण में जातियों की गिनती होगी. जातीय जनगणना पर राज्य सरकार के 500 करोड़ खर्च होगा । बिहार के सियासी गलियारों में हलचल तेज है। नीतीश कुमार समाधान यात्रा पर हैं। इसे लेकर नेताओं के ताजा बयान आ रहे। वहीं उनके दौरे के दौरान भी कई तरह की चीजें देखने को मिल रही। शुक्रवार को ही पूर्व मंत्री नीरज कुमार बबलू ने नीतीश की यात्रा को ढोंग बताते हुए हमला बोला। इसके अलावा भी कई नेताओं ने प्रहार किया। शनिवार को भी नीतीश की यात्रा जारी रहेगी। ये यात्रा आगामी 29 जनवरी तक होने वाली है। यात्रा में काफी कुछ देखने को मिलेगा। शनिवार को भी यात्रा से जुड़ी कई खबरें आएंगी और नेताओं के बयानबाजी जारी रहेंगे।
बिहार में शनिवार सात जनवरी से जाति आधारित जनगणना शुरू हो रही है। इसके लिए अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कई सारी बातें कहीं थी।
पहले चरण की मतगणना सात से 21 जनवरी तक चलेगी. वहीं दूसरे चरण की मतगणना अप्रैल में शुरू होगी. इसके लिए कुल 500 खर्च होने वाले हैं। जातिगत जनगणना को लेकर बिहार में हलचल तेज है।पहले ही नेताओं के कई तरह के बयान सामने आ चुके हैं. बीजेपी लगातार ही इसपर हमलावर रही है. इसमें मकान की भी गणना होगी. अलावा बिहार में क्राइम लगातार बढ़ता जा रहा है। रोज अपराधी किसी न किसी को निशाना बनाते हुए लूट और मर्डर जैसे वारदात को अंजाम दे रहे हैं। शुक्रवार को भी लूट और मर्डर की खबरें सामने आई है। अब ये देखना होगा की ऐसे अपराधिक माहौल में इस जनगणना में जनता की सहभागिता किस प्रकार होगी।
बिहार में तेज ठंड के बीच जीवन अस्त – व्यस्त है। ऐसे में जनगणना का होना कठिन है। लगभग सभी शहरों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है।लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। कोहरे के कारण दृश्यता भी काफी कम है। जिसके चलते बाहर निकलने में लोगों को परेशानी हो रही है।ऐसे में जनगणना का होना कठिन प्रतीत होता है।पर देखना वाकई रोमांचक होगा।