विजयवाड़ा की एनी दिव्या ने महज 30 साल की उम्र में Boeing 777 उड़ाने वाली, सबसे कम उम्र की महिला कमांडर बन गयी हैं। पठानकोट में जन्मी दिव्या बचपन से ही पायलट बनना चाहती थी। 12वीं में ही उन्हें यूपी के ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी’ में एडमिशन मिल गया था। आर्मी ऑफिसर उनके पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो खर्च उठा पाते, पैसे दिव्या की पढ़ाई में रोड़ा ना बने इसलिए अपनी बेटी के लिए उन्होंने लोन लिया।
दिव्या को अंग्रेजी माहौल में रहने और अंग्रेजी बोलने में परेशानी होती थी। अक्सर उनकी खराब अंग्रेजी का मजाक उड़ता था। एक वक्त तो उन्होंने सब छोड़ने की ठानी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। फिर उन्होंने स्कॉलरशिप पाने के लिए कड़ी मेहनत की और वो मिल गई।

दिव्या की ट्रेनिंग 2 साल बाद खत्म हुई और एयर इंडिया में उन्हें जॉब मिल गई। इसके बाद दिव्या की लन्दन और स्पेन में भी ट्रेनिंग हुई, जहां उन्होंने बोईंग 737 और बोईंग 777 उड़ाया।

दिव्या कहते हैं कि मुझे गर्व होता है कि भारत, महिला पायलटों की संख्या के मामले में दुनिया के विकसित देशों से भी आगे है। भारत में लगभग 15% महिला पायलट्स हैं, जबकि दुनिया भर में ये आंकड़ा महज 5% है। उन्होंने युवा लड़के-लड़कियों को संदेश देते हुए कहा कि, आपके माता-पिता ही आपकी सबसे बड़ी ताकत हैं। दुनिया में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।