बिहार और यूपी के बीच 10 अक्टूबर से छह मार्गों पर बस सेवा शुरू होगी। इसके अलावा इन दोनों प्रदेश के बीच और 28 रूटों पर बस सेवा जल्द शुरू होगी। वर्ष 2016 में ही दोनों राज्यों में बस सेवा को लेकर समझौता हुआ था। इधर, पटना-लुम्बिनी (नेपाल) के बीच भी बस सेवा शुरू होगी। विदेश मंत्रालय ने इसकी अनुमति दे दी है।
बिहार और यूपी में जिन रूटों पर बसें चलेंगी उनमें देवरिया- पटना, गया-सारनाथ वाया वाराणसी, औरंगाबाद डेहरी, छपरा-गोरखपुर, रक्सौल- गोरखपुर वाया मोतिहारी, मोतिहारी – गोरखपुर और आरा-वाराणसी रूट शामिल हैं। 34 मार्गों पर बस परिचालन के लिए 2016 में समझौता हुआ था। समझौते के अनुसार 34 में से 25 मार्गों पर राज्य परिवहन निगम व 9 मार्गों पर निजी बसें चलेंगी।
गया -सारनाथ के बीच पितृपक्ष के पूर्व ही दो बसें शुरू हो गई हैं। 25 मार्गों पर पथ परिवहन निगम की कुल 97 बसें चलेंगी। पटना-देवरिया के बीच एक, छपरा-गोरखपुर के बीच छह, रक्सौल- गोरखपुर के बीच एक, मोतिहारी-गोरखपुर के बीच 2, आरा-बनारस के बीच एक बसें चलेगी।
गौरतलब है कि पिछले महीने ही बोधगया से पटना होते हुए काठमांडू के लिए और पटना से वाया सीतामढ़ी जनकपुर के लिए बस सेवा का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार ने किया था। मुख्यमंत्री सचिवालय के समीप से चार बसों को रवाना किया गया था। मुख्यमंत्री ने काठमांडू की बस में सवार होकर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा भी लिया था।भारत सरकार और नेपाल सरकार की सहमति मिलने के बाद बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। उक्त मार्गों पर चलने वाली बसें वातानुकूलित हैं। ये बसें वाई-फाई और जीपीएस सिस्टम से भी लैस हैं। यात्रियों को ऑनलाइन टिकट बुकिंग की भी सुविधा मिल रही है।