सारनाथ में अवस्थित बोधिवृक्ष का बौद्ध भिक्षुओं के लिए काफी महत्व है। इस वृक्ष के नीचे ही भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था, इसे तीन बार नष्ट करने की कोशिश की गई थी।
बोधगया में बोधिवृक्ष के दर्शन करने हजारों लोग रोज आते हैं। यह वही वृक्ष है जिसके नीचे बैठकर गौतम बुद्ध को बोध यानी ज्ञान प्राप्त हुआ था। बौध धर्म को मानने वालों के लिए यह वृक्ष बहुत महत्व रखता है।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन दूर-दूर से बौध अनुयायी इस वृक्ष की पूजा करने आते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पवित्र वृक्ष को भी तीन बार नष्ट करने का प्रयास किया गया। लेकिन तीनों बार यह प्रयास विफल हुआ। आज जो पेड़ सारनाथ में मौजूद है वह अपनी पीढ़ी का चौथा पेड़ है।