बिहार में नीली क्रांति लाने क हो रही कोशिश, मिलेगा कई लोगों को..

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बिहार में मछली उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के लिए तथा मांग के अनुसार उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने में मात्र 1 लाख 36 हजार टन का अंतर है।

यह कुल उत्पादन का लगभग 21 फीसद हिस्सा होता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए मत्स्य विभाग के निदेशक नेशात अहमद ने कहा कि मांग एवं उत्पादन के बीच की खाई को पाटने के लिए थोड़ा सा प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए आवश्यक है कि बैंक इसमें उत्पादकों का सहयोग करे।

फिलहाल बिहार में मछली की वार्षिक मांग 6 लाख 42 हजार मिट्रिक टन है, जबकि बिहार का वार्षिक उत्पादन 5 लाख 6 हजार मिट्रिक टन है। यदि यहां मछली उत्पादन पर थोड़ा जोर दिया जाए तो उत्पादन में इजाफा हो सकता है।

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