आमतौर पर राजनेताओं के घर होनेवाली शादियां शाही अंदाज, अकूत खर्च और तड़क-भड़क को लेकर चर्चा में रहती हैं, लेकिन बिहार के एक विधायक ने इस मिथक को तोड़ा है।
अपनी बेटी की शादी इतनी सादगी से किया कि यह समाज के लिए मिसाल बन गई है। तड़कभड़क और बेफिजूल खर्च करने की बजाय उन्होंबने बिटिया की शादी मंदिर में की, ताकि समाज में एक सकारात्मक संदेश जाये।
अमनौर के भाजपा विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ़ चोकर बाबा ने अपनी पुत्री की शादी सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में की।
इस शादी समारोह में न तो फिजूलखर्ची हुई और न ही धन और बाहुबल का प्रदर्शन हुआ। मंदिर परिसर में ही विधायक की बेटी ने भगवान को साक्षी मान कर अपने जीवन साथी के साथ सात फेरे लिये।
बाराती से लेकर सराती तक का सादगी के साथ स्वागत किया गया। इस समारोह में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भी पहुंचे।
इस मौके पर सुशील मोदी ने भी मंदिर में शादी समारोह आयोजित करने को लेकर विधायक चोकर बाबा की खुल कर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शादी को फिजूलखर्ची से बचने के लिए चोकर बाबा ने एक अच्छी परंपरा की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा कि विधायक चाहते तो बड़े होटल्स में शादी समारोह आयोजित करवा सकते थे लेकिन उन्होंने नयी परंपरा का शुभारम्भ कर संपन्न लोगो के लिए अच्छा सन्देश दिया है।
इधर, विधायक चोकर बाबा ने अपने आप को भोले बाबा का भक्त बताते हुए कहा कि मेरे पास लोग शादी में मदद मांगने आते हैं। मैं उनकी मदद करने के साथ मंदिर से ही शादी करने की अपील करता हूं, लेकिन लोग कहते हैं कि मंदिर से शादी की तो समाज क्या सोचेगा?
मैंने इस मिथक को तोड़ने की ठानी और इसके लिये अपनी बेटी की ही शादी मंदिर से की ताकि लोगों को ये न लगे कि विधायक लोगों को बस नसीहत ही देते हैं।