भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पार्टी की बिहार इकाई के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ बैठक की। यह भाजपा के जदयू के साथ गठजोड़ कर नीतीश कुमार सरकार में शामिल होने के बाद इस तरह की पहली बैठक है।
सूत्रों ने बताया कि शाह ने प्रदेश के नेताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सरकारी योजनाएं अपने लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचें। समझा जाता है कि उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में भाजपा के मंत्री पटना में पार्टी मुख्यालय में सोमवार और मंगलवार को आम लोगों से मिलें।
शाह ने कहा, ‘यह बैठक पार्टी संगठन और सरकार से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रही, हमने राज्य में पार्टी को और मजबूत करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।’ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय, पूर्व भाजपा प्रमुख मंगल पांडे, नंद किशोर यादव, राज्य से केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे आदि ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
भाजपा ने 2014 के आम चुनाव में बिहार में 22 सीटें जीती थीं और उसके सहयोगियों ने नौ सीटें। उसी चुनाव में जदयू 40 में से महज दो सीटें ही जीत पाया था। बता दें कि जदयू ने 2013 में भाजपा से नाता तोड़ लिया था।
वैसे भाजपा ने आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह अगले लोकसभा चुनाव में जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी क्योंकि उसे पिछले चुनाव में भारी जीत मिली थी।