बिहार में मुसलमान बनवा रहे दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर

खबरें बिहार की

धर्मनिरपेक्षता की मिसाल कायम कर रहे इस मंदिर का निर्माण कल्याणपुर प्रखंड के कैथवलिया गांव में मुस्लमान भाई-बहनों के सहयोग से हो रहा है।

एक तरफ जहाँ अयोध्या में मंदिर और मस्जिद के निर्माण को लेकर हिंदू मुस्लिमों एक दूसरे के खिलाफ हो रखे हैं वहीं मोतिहारी में बन रहा विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए नजीर बन रहा है।

इस मंदिर को बनाने के लिए मुस्लिमों ने केवल अपनी भूमि दान की बल्कि इसके निर्माण में बढ़-चढ़ कर हिस्सा भी ले रहे हैं। कहा जा रहा है कि करीब तीन अरब रुपये की लागत से बन रहे इस मंदिर का निर्माण पांच वर्षों में पूरा हो जाएगा।

पहले विश्व प्रसिद्ध कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की तरह ही इस मंदिर को बनाना था। परंतु कंबोडिया सरकार ने अंकोरवाट मंदिर को वहां के लोगों की आस्था का प्रतीक बताकर उसी तर्ज पर मंदिर बनाने का विरोध किया जिसके बाद इस मंदिर के नक़्शे में परिवर्तन कर सारी अड़चने दूर की गई थी।

विराट रामायण मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि जल्दी ही निर्माण कार्य को शुरू किया जायेगा।

मंदिरनिर्माण समिति के मंदिर मुताबिक़ करीब 110 एकड़ में बनने वाले विराट मंदिर के लिए अब तक 85 एकड़ भूमि का निबंधन कराया जा चुका है। इस मंदिर के भूमि के लिए लैंड बैंक बनाया गया है। कई लोगों ने भूमि दान में दिया है और कुछ लोगों ने भूमि का बदलैन अर्थत अदला-बदली किया। बदलैन की भूमि का निबंधन जल्द ही पूरा किया जाएगा।

मंदिरनिर्माण समिति के सदस्य मधुरेश ने बताया कि मंदिर निर्माण का काम करीब तीन वर्ष पहले शुरू किया गया था। निर्माण में कुछ अड़चन आने से निमार्ण कार्य बीच में ही रुक गया। जल्द ही समिति की बैठक होगी और निर्माण कार्य फिर से शुरू किया जायेगा।

मंदिर के लिए करीब 190 एकड़ भूखंड की जरूरत है जिसमें केसरिया थाना के गोइछी कुंडवा गांव के अहमद खां उनके परिजनों ने अपनी डेढ़ एकड़ भूमि का भू-दान किया है। मंदिर का निर्माण पटना के महावीर स्थान न्यास समिति द्वारा कराया जा रहा है।

विराट रामायण मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का काम पूर्ण हो गया है। भगवान श्रीराम के मुख्य मंदिर में माँ सीता, लव-कुश, वाल्मीकि सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। मंदिर में 18 देवता घर और 18 शिखर होंगे।

2800 फीट लंबाई और 1500 फीट चौड़ाई वाले इस मंदिर में मुख्य मंदिर 1240 फीट लंबा, 1150 फीट चौड़ा और गुंबद की ऊंचाई सहित 405 फीट ऊंचा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *