छोटे-छोटे शहरों में बड़ी-बड़ी प्रतिभा होती है। एक बार फिर इस कहावत को चरितार्थ किया है दरभंगा के सुपौल बाजार के रहने वाले डॉक्टर हक ने।
डॉक्टर हक को चिकित्सा जगत में विशेष योगदान के लिए अमेरिका में सम्मानित किया गया है। जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र रह चुके डॉक्टर हक अमेरिका के केयू स्कूल ऑफ मेडिसिन, यूनिवर्सिटी ऑफ केन्सास मेडिकल सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।
रिसर्च दिवस के मौके पर चेयरपर्सन डॉ राम शर्मा ने दरभंगा के लाल को सम्मानित किया।
डॉ हक पिछले 10 सालों से ब्रेस्ट और किडनी कैंसर पर रिसर्च कर रहे हैं। मेडिकल सेंटर की डायरेक्टर कैथ्रीन फोगार्टी ने इंटरनेशनल जनरल ऑफ मोल्युकुलर साइंस के 26 वें अंक में प्रकाशित रिसर्च पेपर को लेकर डॉ हक को बधाई दी।
रिसर्च के मुताबिक सीसी आयन .5 प्रोटीन स्तन कैंसर के उपचार के लिए प्रभावी हो सकता है। डॉ हक की जांच रिपोर्ट Oncogene 2014 के 18 अगस्त के अंक में प्रकाशित हुआ था।
उन्होंने बताया कि स्तन कैंसर रिलयों सीसी आयन .5 दवा के रूप में पहुंचाई जाए तो स्तन कैंसर की आक्रामक क्षमता कम होने लगेगी और उसके प्रसार को रोका जा सकेगा।
डॉक्टर हक ने बताया कि उन्होंने जिस पदार्थ की खोज की है वह किडनी कैंसर के दोबारा ग्रोथ को रोक सकती है।
ग़ौरतलब है कि डॉक्टर हक को कनसास विश्वविद्यालय ने किडनी कैंसर पर परियोजना के लिए बेसिक डेवलपमेंट पुरस्कार और
अनुसंधान के लिए 35 हजार डॉलर भी दिया था।