अपने ईशान का आज है जन्मदिन, जानिए उनके क्रिकेट जीवन के बारे में कुछ जरूरी बातें

एक बिहारी सब पर भारी

राजधानी के मोइनुल हक स्टेडियम और वाईसीसी क्रिकेट एकेडमी में क्रिकेट की एबीसीडी सीखने वाली बिहार के बिहार के रहने वाले और झारखंड की ओर से खेलने वाले ईशान किशन अब न केवल राज्य बल्कि देश की शान है। सात साल की उम्र में क्रिकेट का बल्ला थामने वाला यह क्रिकेटर 17 साल की उम्र में देश की टीम का कमान संभाला। अपने बल्ले से कितने की बोलती बंद की। मैच के दौरान बल्ले से टीम इंडिया के कप्तान कोहली को भी जवाब दिया। 18 जुलाई 1998 को जन्मे अपने ईशान मंगलवार को 19 साल के हो जायेंगे। आइए जानते हैं अपने इस होनहार क्रिकेटर के बारे में कुछ जरूरी बातें-

बड़े भाई राज किशन ने किया भी काफी मदद
ईशान किशन के बड़े भाई राज किशन को क्रिकेट में कैरियर बनाने का शौक था पर उन्होंने देखा कि उनका छोटा भाई ईशान में क्रिकेट का टैलेंट उनसे ज्यादा है इसीलिए उन्होंने क्रिकेट को त्याग कर पढ़ाई में दिल लगाया। वे आजकल रायबरेली में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं।

माता-पिता और बड़े भाई के साथ ईशान किशन (काले जैकेट में)।

क्रिकेट के लिए स्कूल छोड़ा
ईशान किशन का बचपन से ही क्रिकेट का भूत सवार था। मां सुचित्रा सिंह चाहती थी कि बेटा पढ़ लिखकर कोई बड़ा ऑफिसर बने पर बेटा तो क्रिकेटर बनना चाहता था। क्रिकेट और पढ़ाई दोनों में सामंजस्य बनाने में ईशान असफल रहे और कम उपस्थिति के कारण उसे स्कूल छोड़ना पड़ा।

वे पटना के नामी स्कूल दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ते थे पर पढ़ाई को छोड़ उन्होंने क्रिकेट से दिल लगाया। उनके माता-पिता कहते हैं कि वह पढ़ते वक्त अपने टीचर की नजर से छुप कर कॉपी पर मैथ की जगह क्रिकेट की पिच का फोटो बनाते। उनकी मांच सुचित्रा सिंह तो कहती हैं कि मैं हनुमान जी की पूजा करती थी कि मेरा बेटा पढ़ाई की ओर झुके पर ईश्वर को यह मंजूर नहीं था।

 

स्कूल World कप में भी लिया हिस्सा
ईशान किशन आईसीसी टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेने के पहले अलीगढ़ में आयोजित स्कूली वल्र्ड कप में डोनी पोलो स्कूल की ओर से हिस्सा लिया था। उस समय ईशान की उम्र काफी कम थी।

बिहार की ओर से भी खेला है
झारखंड जाने के पहले ईशान किशन ने बिहार की ओर से बीसीसीआई के टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। बीसीसीआई की ओर से आयोजित होने वाले एसोसिएट मेंबरशिप टूर्नामेंट में ईशान ने बिहार टीम की कप्तानी भी की है और बेहतर प्रदर्शन किया है। ईशान ने बेहतर क्रिकेट भविष्य के लिए झारखंड का रुख किया और अपने खेल से प्रभावित कर वहां भी धाक जमा ली।

ये क्रिकेटर हैं ऑडियल
ऑस्ट्रेलिया के स्टार बल्लेबाज डेविड वार्नर उसके ऑडियल हैं और वह वार्नर के स्ट्रोक मारने की कला से प्रभावित है। ईशान किशन विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धौनी और एडम गिलक्रिस्ट के खेल से काफी सीखते हैं और उनके जैसा ही बनने की चाहत है।

ओपन करना है और स्पिनर को खेलना भाता है
ईशान किशन की चाहत ओपन बैटिंग करने की है। और स्पिनरों की गेंद पर शॉट मारने में मजा आता है।

एक हाथ से मारते हैं छक्का
जिस तरह से महेन्द्र सिंह धौनी हमेशा हेलीकॉप्टर शॉट मार कर गेंदबाजों की नींद हराम कर देते हैं उसी तरीके से ईशान किशन ने आईपीएल-2017 में एक हाथ से छक्का मार कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया था। आईपीएल ही अन्य मैचों में भी ईशान का सिक्स लगाने का एक खास अंदाज है। आईपीएल 2017 के 53वें मैच में सनराइजर्स के खिलाफ खेली गई 61 रनों की पारी में ईशान किशन ने एक हाथ से छक्का मारा था। आईपीएल में ईशान का यह पहला अर्धशतक था।

रणजी के हैं सिक्सर किंग
ईशान किशन रणजी ट्रॉफी के सिक्सर किंग हैं। एक इनिंग में सबसे ज्यादा सिक्स मारने का रिकॉर्ड ईशान किशन के नाम हैं। उन्होंने पिछले सत्र में दिल्ली के खिलाफ खेले गए मैच में 14 सिक्स मारे थे। इस इनिंग में उन्होंने 273 रनों की शानदार पारी खेली थी। झारखंड की ओर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बने।

क्रिकेट को लेकर कभी सीरियस नहीं
मैच के दौरान ईशान किशन कभी प्रेशर में नहीं आते हैं। वे उसे फन के रूप में खेलते हैं। यह बात ईशान ने एक इंटरव्यू में बताई है।

उत्तम मजूमदार ईशान किशन के बचपन के कोच
ईशान किशन को क्रिकेट की एबीसीडी उत्तम मजूमदार ने ही सिखाई है। उत्तम मजूमदार कुछ दिनों तक अपनी सेवाएं बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को दी थी। उस दौरान ईशान किशन और उनके भाई राज किशन को लेकर उनके पिताजी प्रणव पांडेय उन्हें रोज सुबह लेकर मोइनुल हक स्टेडियम जाते थे और उत्तम मजूमदार उन्हें क्रिकेट का बल्ला पकड़ना सिखाते थे। आजकल उत्तम मजूमदार नोएडा में अपनी एकेडमी चला रहे हैं। उत्तम कहते हैं कि ईशान सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ सकता है।

चैपल ने तरासा
बिहार के क्रिकेट कोच में चैपल के नाम से मशहूर संतोष कुमार ने ईशान किशन को तरासा और एक बेहतर क्रिकेटर बनाया। पटना के राजेन्द्रनगर स्थित शाखा मैदान पर वाईसीसी क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग देने वाले संतोष कुमार कहते हैं कि आने वाले दिनों में ईशान किशन का बल्ला ऐसा बोलेगा कि आप भी आश्चर्यचकित हो जायेंगे। वे स्टार था, है और स्टार रहेगा।

पिता प्रणव पांडेय का बहुत योगदान
बिजनेस मैन प्रणव पांडेय कासाउथ अफ्रीका टूर के लिए बिहार के ईशान किशन का इंडिया ए में सेलेक्शन को क्रिकेटर ईशान बनाने में काफी योगदान रहा है। कहीं मैच हो उसके पिता ईशान को लेकर जाते। प्रतिदिन अभ्यास के लिए ले जाना उनका ही काम था। वे कहते हैं कि हमलोग ने उसे राह दिखाई मेहनत तो उसने ही किया है।

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