बिहार में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। यहां के युवाओं ने देश-विदेश में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़े हैं।
ऐसे ही एक युवक हैं पटना के शरद जिन्हें फोर्ब्स जैसी विश्व प्रतिष्ठित पत्रिका में अपनी जगह मार्क जुकरबेर्ग जैसी हस्ती के साथ बनाई हैं | मात्र 24 साल की उम्र मे ही अमेरिका के बोस्टन में अपनी कंपनी बनाई।
अमेरिका के बोस्टन में अपनी कंपनी ‘डेक्सटैरिटी ग्लोबल’ बनाई है |उनकी कंपनी ‘डेक्सटैरिटी ग्लोबल’ दक्षिण एशिया के अंडरग्रेजुएट और हाई स्कूल में पढनेवाले बच्चों को दुनिया में बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम करती है।
विश्व प्रतिष्ठित पत्रिका फोर्ब्स की 30 अंडर 30 सूची में आने के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस से शरद सागर को न्योता मिला था। वो नोबल शांति पुरस्कार समारोह में भी शामिल हुए थे।
एशिया-यूरोप से चुने गए 26 डेलिगेट में भारत से सिर्फ दो नाम थे। इनमें डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक सीईओ शरद सागर के अलावा दिल्ली की पर्यावरण इंजीनियर परिधि रस्तोगी थे।
वैश्विक स्तर पर शिक्षा की अलख जगाने निकले शरद 7 से 12 दिसंबर 2016 तक नॉर्वे में थे।