पटना: चीन की शोक मानी जाने वाली येलो नदी के प्रबंधन की तरह बिहार की नदियों के प्रबंधन पर नीतीश सरकार काम करेगी। जल संसाधन मंत्री ललन सिंह के नेतृत्व में बिहार की छह सदस्यीय टीम चीन गई, जो येलो नदी के प्रबंधन पर अध्ययन कर लौटी है।
येलो नदी के प्रबंधन को देखने बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह के नेतृत्व में 6 सदस्य टीम चीन गई थी। 15 अप्रैल से 22 अप्रैल तक टीम चीन के बीजिंग में येलो नदी पर विस्तृत अध्ययन किया और शनिवार को मुख्यमंत्री के सामने प्रेजेंटेशन दिया। टीम ने सरकार को कई सुझावों के साथ चीनी विशेषज्ञों को आमंत्रित करने का भी सुझाव दिया।
सीएम ने इसपर भी दिया जोर
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा नदी की सफाई पर भी चर्चा की। सीएम ने कहा कि गंगा में गाद बड़ी समस्याा है। जिसपर भी काम करने की जरूरत है। सरकार चीन से लौटी टीम के अध्ययन रिपोर्ट पर कई तरह से काम करेगी। प्रेजेंटेशन का नाम स्टडी एंड एक्सपोजर विजिट टू चाइना दिया गया। मुख्यमंत्री आवास पर दिए गए इस प्रजेंटेशन पर कई बड़े अधिकारी भी मौजूद थे।
कभी चीन में तबाही मचाती थी ये नदी
बता दें कि कोसी बिहार की शोक नदी के नाम से प्रसिद्ध है। कभी चीन की येलो नदी भी चीन की शोक नदी थी। दोनों नदी बड़े पैमाने पर तबाही मचाती थी लेकिन चीन ने अपने कुशल प्रबंधन के कारण आज येलो नदी के बाढ़ पर पूरी तरह नियंत्रण कर चुकी है। चीन ने सिंचाई की व्यवस्था से और गाद नियंत्रण कर शोक माने जाने वाली येलो नदी की स्थिति बदल दी है। वहीं, कोसी नदी आज भी बिहार में बड़ी तबाही मचाती है।
Source: etv bharat bihar