सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि केन्द्र बिहार की खासियत और समस्याओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाये। एक ही तरह की योजना से पूरे देश का विकास संभव नहीं है।
क्षेत्रीय असमानता रहेगी तो सिर्फ बिहार ही नहीं कई अन्य राज्यों का भी विकास नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार की 6 खासियतें हैं- ऐतिहासिक स्थल, कृषि योग्य भूमि, उपजाऊ जमीन, मेहनती लोग, टेलेंटेड युवा और बिहारियों की इच्छा शक्ति। वहीं तीन मूल समस्याएं हैं-अधिकतम जनसंख्या घनत्व, बाढ़ और लैंड लॉक्ड स्टेट।
योजनाएं बनाते समय इन बातों का ध्यान रखते हुए लक्ष्य प्राप्त करने का तरीका निकालना होगा। बिहार को विशेष दर्जा मिल जाये तो हम चीन को पीछे छोड़ सकते हैं। फिलहाल देश के सीमित इलाके के विकास पर देश का विकास दर निर्भर है।