उत्तराखंड की वादियां भले ही शांत और सुरक्षित हों। लेकिन विदेशी सैलानियों को लुभाने में पीछे रह गईं। नेशनल क्राइम रिकार्डस ब्यूरो के अनुसार अपराधों के मामले में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है।
तो बिहार तीसरे और उत्तराखंड 19वें स्थान पर है। बावजूद इसके दोनों प्रदेश विदेशी पर्यटकों को लुभाने में उत्तराखंड से आगे हैं। सत्तर फीसद से अधिक वन भू-भाग वाले उत्तराखंड में नदियां हैं, झरने हैं, ग्लेशियरों की भरमार है और साहसिक पर्यटन की असीम संभावनाएं भी।
फिर भी विदेशी पर्यटकों की आमदनी के मामले में सूबे का स्थान देश में 20वां है, वहीं उत्तर प्रदेश तीसरे तो बिहार आठवें स्थान पर है। यह तस्वीर पर्यटन मंत्रलाय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों में सामने आई है।
पिछली बार विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढोतरी की दर 4.38 फीसद थी, जो घटकर अब 3.84 पर आ गई है।
संतोषजनक बात यह है कि घरेलू पर्यटकों के मामले में उत्तराखंड की रैंकिंग पहले 16 थी, जो चार अंक सुधरकर 12 पर आ गई है।
उत्तराखंड में पर्यटन के लिए इससे भी चिंताजनक पहलू ये कि विदेशी पर्यटकों की आमदगी की रैंकिंग लगातार नीचे गिर रही है। पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो इस रैंकिंग में हमारा स्थान 17 था, यानी इसमें सुधार की जगह तीन अंकों की और गिरावट आ गई।
प्रदेश के पर्यटन विभाग के आंकड़ों से इसकी तस्दीक करें तो पता चलता है कि चार धाम और हेमकुंड साहिब के तीर्थाटन की बदौलत ही राज्य कुछ बेहतर स्थिति में नजर आता है।
तीर्थाटन को फिलहाल हटा दें तो उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य में लबरेज होने के बाद भी कहीं नहीं ठहरता|