बिहार में पाकिस्तानी बच्ची की फोटो ब्रांड स्वच्छता के ब्रांड एंबेसडर के रूप छापे जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। यह तस्वीर जमुई जिले की जल एवं स्वच्छता समिति की नोटबुक के कवर पेज पर छापी गई थी। यह मामला सबसे पहले दैनिक भास्कर ने उठाया था।

ऐसे हुआ खुलासा
‘स्वच्छ जमुई, स्वस्थ जमुई’ की पहल को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए यह नोट बुक तैयार कराई गई थी।
नोटबुक पर छपी बच्ची की तस्वीर इंटरनेट पर सर्च की गई तो वह पाकिस्तान का झंडा बनाती नजर आई।
दरअसल, पाकिस्तान में यूनिसेफ की इकाई इस फोटो का इस्तेमाल शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए कर रही है।
इस संबंध में जमुई के कलेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने गुरुवार को कहा था कि मामले में जांच के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
जिला समन्वयक सुधीर कुमार ने बताया कि समिति के अध्यक्ष और तत्कालीन कलेक्टर डॉ. कौशल किशोर ने इस पुस्तक की छपाई की दी थी। समिति ने 5 हजार कुंजी और 5 हजार नोटबुक का ऑर्डर दिया था।
बच्चों में बांटी जा चुकी नोटबुक
समिति ने 5 हजार नोटबुक और 5 हजार स्वच्छता कुंजी स्कूलों में बांट दी हैं।
स्वच्छता को लेकर होने वाली प्रतियोगिताओं में भी इस नोटबुक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
समिति के सदस्य सचिव रामनिरंजन चौधरी ने बताया कि समिति ने स्वच्छता कुंजी और नोटबुक छापने की अनुमति दी थी न कि कवर पेज पर पाकिस्तानी बच्ची का फोटो छापने की।