देश के 40 प्रतिशत लोगों के हाथ में रोजगार होगा तो भारत की इकोनॉमी 40 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी।
रोजगार का मतलब सिर्फ नौकरी पाना ही नहीं है। हम नौकरी पाने की जगह नौकरी देने की थीम को लेकर आगे बढ़ें तो देश का तेजी से विकास हो सकता है।
ये बातें सोमवार को ललित नारायण मिश्रा कॉलेज ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट में यूथ-20 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहीं।
हमें कैलकुलेटेड रिस्क लेना होगा: राज्यपाल आर्लेकर
उन्होंने कहा कि आने वाला समय हमारा है और विश्वगुरु बनने के लिए हमें कैलकुलेटेड रिस्क लेना होगा। युवाओं की भूमिका इस क्षेत्र में अहम होगी।
हम विदेशी उत्पादों की जगह स्वदेश और प्रदेश में तैयार हो रहे उत्पादों को बढ़ावा दें। उसकी खरीदारी करें तो इससे भी हमारा देश आर्थिक रूप से मजबूत बनेगा।
2047 तक देश की इकोनॉमी को विश्व में सर्वश्रेष्ठ बनाने की मुहिम शुरू हुई है। इसके लिए विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपना गोल तय कर उसी दिशा में पूरे मनोयोग से बढ़ें।
युवाओं के योगदान से ही भारत का यह सपना साकार हो सकेगा। उन्होंने विभिन्न स्टार्टअप्स का उदाहरण देकर युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की सीख दी।
समय के साथ विद्यार्थियों को भी बदलना होगा: सांसद डॉ. संजय जायसवाल
पश्चिम चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने युवाओं को डाटा एनालिसिस और सोशल प्लेटफार्म के माध्यम से इंडस्ट्री की जरूरतों पर आधारित अध्ययन की ओर ध्यान आकृष्ट कराया।
कहा कि समय के साथ-साथ विद्यार्थियों को भी बदलना होगा और इसके लिए संस्थानों को भी चाहिए कि बाजार की जरूरतों को ध्यान में रखकर उनका प्रशिक्षण कराएं।
भविष्य अपने हाथ में रखना है तो लक्ष्य लेकर चलना होगा और उसे पूरा करने के लिए बाजार के बदलावों को देखना होगा।
सांसद अजय निषाद ने कहा कि हम आजादी का 75वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। डिजिटलाइजेशन की ओर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
विद्यार्थियों और संस्थानों को भी इस बदलाव का हिस्सा बनना चाहिए। एमएलसी प्रो.संजय कुमार सिंह ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत बिहार विधानसभा के शून्यकाल समिति के सभापति नीतीश मिश्रा ने किया। वहीं, कुलपति प्रो. शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने अध्यक्षता व धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक डॉ. पूर्णिमा सिन्हा ने किया।
मौके पर कॉलेज के कुलसचिव कुमार शरतेंदु शेखर, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो.आरके ठाकुर, कुलानुशासक प्रो.अजीत कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो.अभय कुमार सिंह, सीसीडीसी प्रो.अमिता शर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो.टीके डे, विकास पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार व डॉ. पंकज राय समेत अन्य पदाधिकारी, शिक्षक व संस्थान के विद्यार्थी मौजूद थे।
चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस की तैनाती
राज्यपाल के आगमन से लेकर उनके प्रस्थान तक कॉलेज परिसर में पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे। तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त गोपाल मीणा, जिलाधिकारी प्रणव कुमार, एसएसपी राकेश कुमार, एसडीओ पूर्वी व पश्चिम समेत अन्य पदाधिकारी लगातार परिसर में सक्रिय रहे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद कुलाधिपति सड़क मार्ग से ही पटना लौट गए।