बिहार में आयरन स्क्रैप और बिटुमिन के सात कारोबारियों के यहां पड़़े वाणिज्य कर विभाग के छापे में 12 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी पकड़ी गई है। विभागीय आयुक्त सह सचिव डा. प्रतिमा के मुताबिक तीन दिनों से चल रही छापेमारी में पकड़े गए फर्जी कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पकड़ में आए कारोबारियों के तीन फर्म पटना में हैं। बेगूसराय, गया, सारण और कटिहार की एक-एक फर्में हैं। निरीक्षण के दौरान सात में तीन फर्म ऐसी थीं, जो रिकार्ड में दर्ज पते पर नहीं पाई गईं।
फर्जी नाम पर फर्म खोलकर कर चुराने का मामला
विभाग की विज्ञप्ति में बताया गया है कि कुछ फर्म फर्जी लोगों के नाम पर खोले जा रहे हैं। इनका एकमात्र उद्देश्य करों की चोरी करना है। विभाग इस फर्जी कारोबार के संचालक का पता लगा रहा है। सारण में एक फर्म खोल कर हाजीपुर के कई व्यवसायियों के साथ कागज पर कारोबार दिखाया गया। कुछ दिनों बाद उस फर्म को बंद कर दिया गया। कटिहार की ऐसी एक फर्म पश्चिम बंगाल के व्यवसायियों के साथ कागज पर कारोबार कर रही थी। यह फर्म भी कर चोरी कर रही थी।
कोयला की फर्जी खरीद पर जीएसटी का लिया लाभ
बिटुमिन (कोयला) के कारोबार में भी ऐसा ही फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। राज्य के एक फर्जी फर्म से सामान की खरीद की। पश्चिम बंगाल में खरीद बता कर उस पर जीएसटी का लाभ लिया। इस सिंडिकेट में मधुबनी का एक बड़ा फर्म भी शामिल है। गया के आयरन स्क्रैप के एक कारोबारी ने बड़े पैमाने पर ई वे बिल का दुरुपयोग किया है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।