बिहार में मोबाइल टावर चोरी: बदमाशों की शातिराना करतूत, पिकअप लेकर आए; उपकरण-कलपुर्जे खोले और आराम से चलते बने

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बिहार की राजधानी पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर के सदर थाना क्षेत्र के श्रमजीवी नगर में बंद मोबाइल टावर के चोरी होने की सूचना है।

टावर कंपनी के अधिकारी मो. शाहनवाज अनवर ने सदर थाने में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

कंपनी की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया है कि श्रमजीवी नगर इलाके में एक आवासीय परिसर में जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी की ओर से मोबाइल टावर लगाया गया था। कुछ वर्षों से टावर बंद था।

पिछले दिनों जब कंपनी के लोग निरीक्षण करने पहुंचे तो पता चला कि टावर के साथ लगे अन्य सामान चोरी हो चुके हैं, इसमें शेल्टर, डीजल जनरेटर, एसएमपीएफ, स्टेबलाइजर आदि शामिल हैं।

जो सामान मौके से चोरी हो गए हैं, उनकी कीमत साढ़े चार लाख रुपये से अधिक है। छानबीन के क्रम में पुलिस को पता चला कि कुछ माह पूर्व कई लोग वहां आए थे।

कंपनी का कर्मचारी बताकर टावर समेत अन्य सामान खोलकर ले गए। थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार मिश्रा का कहना है कि वहां तैनात गार्ड से भी पूछताछ की जाएगी।

साथ ही आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जाएगा, ताकि चोरों का पता चल सके और घटना का खुलासा हो सके। इससे पहले भी बिहार में इस तरह की घटना हो चुकी है।

पिकअप में भरकर ले गए मोबाइल टावर के उपकरण

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, यहां रहने वाली मनीषा कुमारी के घर पर यह टावर लगाया गया था। मनीषा ने पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले कुछ लोग आए थे।

उन्होंने खुद को कंपनी का कर्मचारी बताया था। उनका कहना था कि टावर बंद हो गया है और अब इसे फिर से शुरू नहीं किया जाएगा।

इसलिए इसे यहां से हटा रहे हैं। इसके बाद उन लोगों टावर के सारे उपकरण खोल दिए और पिकअप में भरकर अपने साथ ले गए।

पहले भी बिहार में चोरी हो चुका है मोबाइल टावर, यह तीसरी घटना

आपने अमूमन गहने, सामान से लेकर लोहे का पुल या रेल की पटरी तक चोरी होने की खबर सुनी और पढ़ी होगी। परंतु मोबाइल टावर होना कोई आम बात नहीं है, यह तीसरी बार है जब सुशासन बाबू के बिहार में मोबाइल टावर और उसके उपकरण चोरी हुए हैं।

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जानकारी के अनुसार, प्रदेश की राजधानी पटना में मोबाइल टावर चोरी के मामले में 16 जनवरी 2023 को केस दर्ज हुआ था। यह पीरबहोर थाना क्षेत्र की घटना थी।

इससे पहले नवंबर 2022 के अंतिम सप्ताह में गर्दनीबाग थाने में ऐसा ही एक मामला सामने आया था। इनमें से एक टावर जीटीएल कंपनी और दूसरा एयरसेल कंपनी का था।

31 अगस्त को मिला था गायब, 16 जनवरी को केस

जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कंपनी के एक्यूजिशन अफसर मो. शहनवाज अनवर ने पुलिस को बताया था कि कंपनी का एक मोबाइल टावर पीरबहोर थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 28 में शाहीन कयाम के प्लाट में लगाया था।

मोबाइल टावर साइट विगत कुछ वर्षों से बंद था। 31 अगस्त 2022 की शाम करीब चार बजे निरीक्षण के दौरान पाया गया कि उक्त मोबाइल टावर एवं अन्य उपकरण अज्ञात लोग उठा ले गए।

इसकी कीमती करीब आठ लाख तीन हजार रुपये बताई गई थी। उस समय कंपनी ने चुप्पी साधे रखी। इसके बाद 16 जनवरी को इस संबंध में पीरबहोर थाने में लिखित आवेदन दिया तो पुलिस ने चोरी की प्राथमिकी दर्ज कर ली थी।

इसी तरह गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के यारपुर में राजपूताना इलाके में स्वयं को मोबाइल कंपनी का कर्मी बताकर शातिर करीब 19 लाख रुपये का मोबाइल टावर खोलकर वाहन में लादकर चले गए थे। यह टावर भी एयरसेल कंपनी का था। एयरसेल बंद होने के बाद इसे दूसरी कंपनी ने ले लिया था।

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