बिहार में कोरोना का चौथा दौर आने की आशंका, सीएम नीतीश ने किया अलर्ट, कहा- राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में अभी कोरोना नहीं है। किसी दिन एक अथवा दो केस मिलते हैं और वे ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन चौथे दौर की आशंका है। इसको लेकर लेकर बिहार में पूरी सतर्कता है। फिर से कोरोना का दौर आ सकता है, इसको लेकर सरकार की तरफ से सारी तैयारी कर ली गई है। देशभर में सबसे ज्यादा कोरोना की औसत जांच बिहार में हो रही है। जांच को लेकर लोगों को हमलोग प्रेरित करते रहते हैं।

मुख्यमंत्री ने रविवार को जदयू कार्यालय में पत्रकारों के कोरोना के संबंध में पूछे गये सवाल पर यह बात कही। पूर्व सांसद नवल किशोर राय को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से आगे कहा कि एईएस को लेकर भी सरकार पूरी तरह से सतर्क है। अभी काफी गर्मी पड़ रही है। गर्मी को लेकर दूसरी बीमारियों का भी खतरा है। इसको लेकर लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ उन सभी के इलाज की भी पूरी तैयारी है।

सार्वजनिक स्थलों पर जांच तेज

देशस्तर पर कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने के बाद राज्य सरकार के निर्देश पर सभी जिलों में कोरोना जांच को लेकर कार्रवाई तेज कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना जांच को लेकर टीम गठित की गई है। इसके साथ ही, विभिन्न प्रदेशों से आने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी गई है। विभाग के स्तर से अस्पतालों में ऑक्सीजन, निर्बाध बिजली और जरूरी दवाओं की भी व्यवस्था की गई है।

राज्य में 58,543 सैंपलों की जांच

शनिवार को राज्य में 58,543 सैंपलों की कोरोना जांच की गई। जांच में दो नये कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई। राज्य में कोरोना के वर्तमान में सात सक्रिय मरीज हैं। बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.523 है। इसके बावजूद विभाग के निर्देश पर जांच को लेकर सर्तकता बरती जा रही है। राज्य में अबतक 8 लाख 30 हजार 501 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है और इनमें से अबतक कुल 8,18,237 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में अबतक 12,256 मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।

बिहार में संक्रमण दर 0.0003

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर के कमजोर होने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना की पॉजिटिविटी रेट 30 जनवरी को 13.39 प्रतिशत बनी हुई थी, जबकि उस दौरान बिहार में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट सिर्फ 1.09 प्रतिशत थी। यह इस बात का संकेत है कि राष्ट्रीय स्तर पर जांच किए जाने वाले 100 सैंपलों में 13.39 लोग पॉजिटिव पाये जा रहे थे जबकि बिहार में कोरोना के 100 सैंपलों की जांच में सिर्फ 1.09 लोग ही संक्रमित पाए जा रहे थे। वर्तमान में बिहार में कोरोना का संक्रमण दर 0.0003 फीसदी है।

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