बिहार के कई पुलिस थानों में नियमों के विपरीत चौकीदार को मुंशी की जवाबदेही दे दी गई है। इस तरह का मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस मुख्यालय ने आपत्ति जताई है। मुख्यालय ने समीक्षा के दौरान पुलिस अफसरों को निर्देश दिया है कि थाने में चौकीदार को मुंशी की जवाबदेही न दी जाए। इसकी जगह सिपाही को मुंशी का काम दिया जाए। इसमें भी सिपाही यानी कांस्टेबल को कम से कम 10 साल का अनुभव जरूर होना चाहिए। मुंशी का काम अहम है, इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। पुलिस मुख्यालय ने वरीय अधिकारियों को इसकी समीक्षा करने को भी कहा है। इसके बाद थानों से इससे जुड़ी रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद बड़े स्तर पर थानों में अनुभवी सिपाहि को इसकी कमान मिल सकती है।
थानों में बढ़ेंगी महिला पुलिसकर्मी
इसके साथ ही गृह विभाग ने पुलिस मुख्यालय को राज्य के थानों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने का निर्देश भी दिया है। वर्तमान में महिला पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की कुल संख्या 13,718 है। इसमें थानों में पदस्थापित महिला पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की संख्या 5,372 है, जो 39 फीसद है। पुलिस मुख्यालय को 10 दिनों के अंदर थानाध्यक्ष को छोड़कर महिला पुलिसकर्मियों का पदस्थापन थाने में करने को कहा गया है।