बिहार में बर्ड फ्लू का अलर्ट: चिकन-अंडा खाने और बेचने पर रोक; कल 11 हजार से ज्‍यादा मुर्गे-चूजे मारे जाएंगे

खबरें बिहार की जानकारी

जिले में कोरोना संक्रमण के साथ ही अब बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। संक्रमण से बचाव को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। चिकन और अंडे खाने से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं, इसलिए जिला प्रशासन ने टीम गठित कर मु्र्गों को मारने का निर्देश दिया है। शनिवार को बरारी क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में नगर निगम व पशुपालन विभाग की टीम ने अभियान चलाया। पीपीई किट पहनकर टीम ने प्रक्षेत्र में प्रवेश किया। जेसीबी से गड्ढे खोदे गए। इसमें 6074 अंडों को नष्ट किया गया। वहीं, 627 चूजे भी मारकर दफन किए गए।

जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि प्रक्षेत्र में अभी भी 11 हजार से अधिक चूजा हैं और 330 मुर्गे हैं। इससे रविवार को दूसरे दिन भी अभियान चलाकर नष्ट किया जाएगा। बरारी स्थित की चपेट में बरारी स्थित क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र के मुर्गी पालन केंद्र में बर्ड फ्लू के एवियन इन्फ्लूएंजा एच5एन1 की पुष्टि हुई है। भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में सैंपल की जांच के बाद पुष्टि हुई है। प्रशासन की निगरानी में मुर्गों को मारा जा रहा है।

संक्रमित एरिया के मुर्गे-मुर्गियों को मारने का निर्देश

इसके नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन के स्तर से कार्रवाई शुरू कर दी है ताकि रोग के फैलाव को समय रहते नियंत्रित किया जा सके। इस रोग की रोकथाम के लिए संक्रमण वाले स्थान से एक किलोमीटर की परिधि को संक्रमित जोन घोषित किया गया। नगर निगम क्षेत्र का वार्ड 27 से 29 तक संक्रमण से प्रभावित जोन घोषित किया गया है। इस क्षेत्र में आने वाले सभी मुर्गा व मुर्गियों को मारने का निर्देश दिया गया है।

इसके साथ ही पोल्ट्री फार्म में अंडों और मुर्गे व मुर्गियों के प्रयोग किए जाने वाले दानों को भी नष्ट किया गया। इसके साथ उद्भेदन स्थल के एक किलोमीटर के बाद नौ किलोमीटर की परिधि वाले क्षेत्र में मुर्गे-मुर्गियों एवं अन्य पक्षियों की संख्या का आकलन किया जाएगा। इसके लिए टीम का गठन की गई है। टीम को पीपीई किट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराए जाएंगे।

इस दौरान सभी तरह के पक्षियों  और उनके अंडों के क्रय-विक्रय व उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा।  सैनिटाइजेशन सर्टिफिकेट के निर्गत होने के पश्चात क्रय-विक्रय व उपयोग किया जा सकता है, लेकिन इस क्षेत्र से बाहर ले जाने पर अगले आदेश तक निषेध रहेगा। प्रभावित क्षेत्र में पोल्ट्री गतिविधियां बंद करने, मुर्गियों एवं पक्षियों के आवागमन को प्रतिबंधित करने पशु-पक्षियों, अंडों का क्रय-विक्रय अथवा उपयोग बंद रहेगा।

प्रभावित क्षेत्र में पोल्ट्री गतिविधि बंद करने, मुर्गियों एवं पक्षियों के आवागमन को प्रतिबंधित करने के लिए क्षेत्र में चेक पोस्ट बनाए जाएंगे। अगर जांच में पकड़े गए तो जब्त की जाएगी। जिला समाहरणालय में जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे के लिए दूरभाष संख्या 0641-2402871 पर संपर्क कर सकेंगे।

प्रभावित क्षेत्र से 10 वर्ग किलोमीटर में बिक्री पर रोक

ग्रसित क्षेत्र के 10 किलोमीटर की परिधि में आने वाले कुक्कुट एवं कुक्कुट मांस की दुकानें बंद रहेंगी। क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र बरारी भागलपुर (सरकारी संस्थान) को छोड़कर मुआवजा वितरण एवं अन्य व्यय स्थानीय स्तर पर जिला नजारत उप समाहर्ता द्वारा आपात स्थिति को देखते हुए तत्काल किया जाएगा। भुगतान के पश्चात समेकित रूप से व्यय राशि की मांग किए जाने पर विभाग से उक्त व्यय की प्रतिपूर्ति की मांग की जाएगी।

प्रशासन ने जारी किया गाइडलाइन

किसी प्रकार के वाहनों को ग्रसित फार्म या क्षेत्र के अंदर प्रवेश पर रोक, वाहन को फार्म के बाहर रखना होगा। इसके साथ ही संवेदनशील क्षेत्र के अंदर व बाहर मुर्गी, अंडे, मृत पक्षी और खाद्य एवं उपयोग किया हुआ बिछावन फार्म मशीन उपकरण आदि (ग्रसित क्षेत्र एक किलोमीटर के परिधि में) के आवागमन को प्रतिबंधित रहेगा।

फार्म के कार्यरत कर्मचारियों को सुरक्षात्मक कपड़े, मास्क, गमबूट (डिस्पोजेबल) पूरे फार्म में पहनकर रहेंगे। फार्म छोड़ने से पहले सुरक्षात्मक कपड़े को निकाल कर हाथ को एंटीसेप्टिक लोशन से अच्छी तरह साफ करेंगे। ग्रसित फार्म में लोगों का कम से कम आवागमन होगा। अन्य प्रकार के पशुओं व पक्षियों के आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। प्रक्षेत्र के प्रवेश द्वार को कीटाणु रहित करने की कार्रवाई का कठोरतापूर्वक पालन की जाएगी।

नुकसान का मिलेगा हर्जाना

लोगों में जागरूकता फैलाना, प्रचार सामग्री का वितरण करना एवं 10 किलोमीटर के परिधि वाले क्षेत्र में आवश्यक सर्विलांस की कार्रवाई होगी। आकलन के बाद पक्षियों को नष्ट करने को रैपिड रिस्पांस टीम अपनी ओर से कार्रवाई करेगा। इसे नष्ट करने, सुरक्षित निपटान करना, पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया जाएगा। इससे जिनका नुकसान होगा, उनको मुआवजा दिया जाएगा। आकलन के लिए तीन टीम का गठन किया गया है।

एसडीओ व डीएसपी को नियंत्रण कक्ष बनवाने का निर्देश मिला है। वहीं सर्विलांस के लिए दंडाधिकारी व पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया है। वहीं, क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र बरारी को केंद्र मानते हुए एक किलोमीटर की परिधि के सभी वार्डों के रोग ग्रस्त मुर्गियों को नष्ट किया जाएगा। इसके लिए दो टीम का सदर एसडीओ गठन करेंगे।

इसका करना होगा पालन, घर-घर जाकर होगी जांच

संक्रमण से ग्रसित पक्षियों को मारने का कार्य फर्म में शुरू हो गया। कार्य शुरू करने के पूर्व नगर निगम भागलपुर द्वारा चिन्हित वार्ड (27 28 29 ) में आबादी से बाहर दो मीटर लंबाई, चौड़ाई और गहराई के गड्ढे में मारे गए मुर्गों और बत्तखों को दफन किया जाना है। गड्ढों के चयन में यह सावधानी रखी जानी है कि गड्ढे जल क्षेत्र से दूर हो और वहां जलजमाव की संभावना न हो।

टीम घर-घर जाकर सभी मुर्गियों एवं अन्य पक्षियों को मारने का कार्य करेंगी। मजदूरों के द्वारा मारे गए मुर्गियों को जूट के बोरे में रखकर पूर्व निर्धारण गड्ढा भरने के क्रम में परत दर परत चूना एवं मिट्टी डाला जाएगा। सिविल सर्जन को गठित टीम के सभी सदस्यों के लिए एंटी वायरल दवा उपलब्ध कराएंगे। साथ ही प्रत्येक दिन स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सक की टीम की प्रतिनियुक्ति किया गया है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *